श्रीराम मंदिर में दिखेगी प्रेम मंदिर के समान वास्तुकला की झलक
वृंदावन। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब भव्य श्रीराम मंदिर बनाने के लिए विश्व हिन्दू परिषद सक्रिय हो गई...
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब भव्य श्रीराम मंदिर बनाने के लिए विश्व हिन्दू परिषद सक्रिय हो गई है। शनिवार को विहिप के अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय छटीकरा रोड स्थित प्रेम मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने मंदिर की वास्तुकला अंतर्गत दीवारों पर उकेरे गए चित्र एवं पच्चीकारी आदि का गहनता से अध्ययन किया।
उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण भी प्रेम मंदिर की भांति डबल स्टोरी में होगा। इसके लिए यहां की वास्तुकला का गहनता से अध्ययन किया जा रहा है। बताया कि अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के डिजानर (आर्किटेक्ट) सीबी सौमपुरा कर हैं। बता दें कि सीबी सौमपुरा के चचेरे भाई मनोज त्रिवेदी (सौमपुरा) ने प्रेम मंदिर को डिजाइन किया था। प्रेम मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की जन्म से लेकर कुरुक्षेत्र में अर्जुन को दिए गए ज्ञान तक की लीला को चित्रण किया है। ठीक उसी प्रकार अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर में भगवान राम के जन्म से लेकर सम्पूर्ण लीला का चित्रण करने का प्लान है।
इस योजना को मूर्त रुप प्रदान करने उद्देश्य से शनिवार को विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय करीब तीन-चार घण्टे तक प्रेम मंदिर में दीवारों पर उकेरी गई एक-एक डिजाइन को बारीकी से देखते रहे। बताया कि रामजन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए सरकार द्वारा ट्रस्ट के गठन की घोषण के साथ ही मंदिर निर्माण की प्रकत्रिया को तेज कर दिया जाएगा। हालांकि जन्मभूमि की कार्यशाला में काफी पत्थरों को तराश कर रखा जा चुका है। जिन्हें मंदिर निर्माण में प्रयोग किया जाएगा। साथ ही मंदिर को प्राचीनता देने के लिहाज से भगवान श्रीराम से जुड़ी लीलाओं का चित्रण मंदिर की दीवारों पर किया जाएगा। ताकि भक्तों को भगवान राम के जीवन चरित्र के बारे में जानकारी सहज रुप में मिल सके। इसी उद्देश्य से प्रेम मंदिर की वास्तुकला का अध्ययन किया जा रहा है। इस अवसर पर मंदिर के जनसम्पर्क अधिकारी अजय त्रिपाठी ने श्रीराय को युगल छवि भेंट कर स्वागत किया।
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