किशोरी से दुराचार करने वाले को 10 वर्ष का कारावास
Mathura News - अदालत ने 50 हजार रुपये का अर्थदण्ड भी लगायाअदालत ने 50 हजार रुपये का अर्थदण्ड भी लगाया मथुरा, हिन्दुस्तान संवाद किशोरी को बहल-फुसला कर भगा ले जाने और

किशोरी को बहल-फुसला कर भगा ले जाने और दुराचार करने वाले को एडीजे अतिरिक्त विशेष न्यायाधीश पोक्सो एक्ट द्वितीय ब्रिजेश कुमार की अदालत ने 10 वर्ष के कारावास और 50 हजार रुपये अर्थदण्ड की सजा से दण्डित किया है। शासन की ओर से मुकदमे की पैरवी सहायक शासकीय अधिवक्ता सुभाष चतुर्वेदी व विशेष लोक अभियोजक रामपाल सिंह द्वारा की गई। रिफाइनरी थाना क्षेत्र की कालोनी में रहने वाली किशोरी 17 फरवरी 2014 की रात को करीब 8 बजे अपनी सहेली के साथ ब्यूटी पार्लर जाने की बात कह कर घर से निकली थी। इसके बाद से किशोरी का कोई पता नहीं चला। परिजन उसकी तलाश में जुटे तो कुछ लोगों के माध्यम से पता चला कि किशोरी को धीरू उर्फ धीरेन्द्र पुत्र मूलचंद निवासी ग्राम सारस थाना राया के साथ जाते हुए देखा गया। इस पर किशोरी के पिता ने धीरू उर्फ धीरेन्द्र के खिलाफ रिफाइनरी थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। किशोरी को रिफाइनरी पुलिस ने धीरू के कब्जे से बरामद किया था। पुलिस ने किशोरी का चिकित्सीय परीक्षण कराया तो उसके साथ दुराचार किए जाने की पुष्टि हुई। किशोरी ने अपने बयान में बताया था कि धीरू उसे बेचने की बात करता था। पुलिस ने धीरू के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया। मुकदमे की सुनवाई एडीजे अतिरिक्त विशेष न्यायाधीश पोक्सो एक्ट द्वितीय ब्रिजेश कुमार की अदालत में हुई। विशेष लोक अभियोजक रामपाल सिंह ने बताया कि अदालत ने धीरू को किशोरी के साथ दुराचार करने का दोषी करार देते हुए दस वर्ष के कारावास और 50 हजार रुपये अर्थदण्ड की सजा से दण्डित किया है। अभियुक्त जमानत पर था। निर्णय सुनाए जाने के बाद अदालत ने उसका सजाई वारंट बना उसे सजा भुगतने के लिए जेल भेज दिया।
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