बिल्डर के प्रोजेक्ट में लगा है कई बड़े नेताओं का पैसा, इनकम टैक्स के छापे में मिले सबूत
- एक बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेताओं का पैसा बिल्डर के प्रोजेक्ट में मिला है। बिल्डर के दफ्तर से पांच करोड़ रुपये नगदी मिली है। टैक्स हेरफेर का दायरा 78 करोड़ से बढ़कर 159 करोड़ पहुंच चुका है। आयकर छापेमारी में कई अहम सुराग और साक्ष्य मिले हैं।
Income Tax Raid: एमआई बिल्डर के ठिकानों पर आयकर छापेमारी में कई अहम सुराग और साक्ष्य मिले हैं। एक बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेताओं का पैसा बिल्डर के प्रोजेक्ट में मिला है। बिल्डर के दफ्तर से पांच करोड़ रुपये नगदी मिली है। टैक्स हेरफेर का दायरा 78 करोड़ से बढ़कर 159 करोड़ पहुंच चुका है। नोएडा में पूर्व आईएएस राकेश बहादुर के यहां एक दिन पहले आयकर का छापा पड़ा तो उनके पास एमआई बिल्डर के प्रोजेक्ट में निवेश के दस्तावेज बरामद हुए। आयकर सूत्रों के अनुसार पूर्व आईएएस राकेश बहादुर को एमआई ग्रुप परामर्श शुल्क के नाम पर करोड़ों की फीस दे रहा था। एमआई बिल्डर, एमआइबी होम्स, एमआइबी डेवलपर्स, न्यू हाइट डेवलपर्स और एनसीआर डवेलिंग्स प्रा. लि. जांच के दायरे में हैं।
आयकर की टीम ने नोएडा में राकेश बहादुर के साथ एमआई बिल्डर के प्रमुख मो. कादिर अली से पूछताछ की है। सूत्रों के अनुसार दोनों ने अलग बातें बताई हैं। अब बयान लेने के समय जो तथ्य अलग बताए गए हैं उनसे संबंधित पूछताछ होगी।
छापेमारी का दायरा बढ़ने की उम्मीद
छापेमारी का दायरा और बढ़ने की उम्मीद है। वजह यह है कि एक खास संवर्ग के अधिकारियों के भी प्रोजेक्ट में पैसा लगने की बात सामने आ रही है। एमआई ग्रुप एक शिकायत के बाद आयकर के रडार पर आया। इस शिकायत में सुलतानपुर रोड पर 200 करोड़ रुपये की जमीन से जुड़े कई तथ्य हैं। यह जमीन मौजूदा समय बिल्डर के पास है।
जांच का दायरा 18 स्थानों से बढ़कर 23 हो चुका है। अफसरों और नेताओं ने अपनी काली कमाई का पैसा बिल्डर की परियोजनाओं में लगाया। आयकर की 26 टीमों ने बुधवार को एमआई बिल्डर्स, गोयल समूह और कुर्सी रोड बाराबंकी स्थित अंकुर ट्रेडर्स के दो दर्जन ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी।