हाथरस में बड़ा हादसा: पेड़ से टकराकर खाई में पलटी कार, दो बच्चों समेत चार की मौत
हाथरस में शुक्रवार की दोपहर बड़ा हादसा हो गया। अलीगढ़-आगरा नेशनल हाइवे पर तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराकर खाई में पलट गई। इससे कार में सवार चार लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में दो मासूम बच्चे और दो महिलाएं हैं।
हाथरस में शुक्रवार की दोपहर बड़ा हादसा हो गया। अलीगढ़-आगरा नेशनल हाइवे पर तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराकर खाई में पलट गई। इससे कार में सवार चार लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में दो मासूम बच्चे और दो महिलाएं हैं। चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी कार सवार आगरा के कमलानगर के रहने वाले हैं। हादसा कोतवाली चंदपा क्षेत्र के आगरा रोड पर शुक्रवार को केवलगढ़ी के पास हुआ। कार सवार सभी लोग बुलंदशहर से गंगा स्नान कर लौट रहे थे। गंभीर रूप से घायलों को आगरा रेफर कर दिया गया है।
जनपद आगरा के कमला नगर स्थित नटराजपुर निवासी सौरभ अग्रवाल पुत्र अनिल अग्रवाल अपनी पत्नी रूबी अग्रवाल, 10 वर्षीय बेटे चेतन, नौ वर्षीय गौरांग और अनुज अग्रवाल पुत्र अनिल अग्रवाल व उनकी पत्नी सोनम अग्रवाल, 10 वर्षीय बेटा निताई और 12 वर्षीय बेटी धनवी के साथ शुक्रवार सुबह कार में सवार होकर बुलंदशहर गंगा स्नान के लिए गए थे। गंगा स्नान के बाद रास्ते में बैलोन वाली देवी माता के दर्शन किए। इसके बाद वे सभी वापस आगरा लौट रहे थे।
चंदपा क्षेत्र के आगरा रोड स्थित केवलगढ़ी मोड़ पर कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराकर गड्ढे में गई। हादसा होते ही कार सवारों में चीख-पुकार मच गई। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल भेजा, जहां डाक्टरों ने पांच वर्षीय निताई पुत्र अनुज अग्रवाल, 10 वर्षीय चेतन पुत्र सौरभ अग्रवाल, 40 वर्षीय सोनम पत्नी अनुज अग्रवाल और 38 वर्षीय रूबी पत्नी सौरभ अग्रवाल को मृत घोषित कर दिया। वहीं चारों घायलों को आगरा के लिए रेफर कर दिया है।
इसके बाद पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। इधर, हादसे की जानकारी मिलने पर एएसपी, सीओ सहित कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पोस्टमार्टम हाउस पर परिजन और रिश्तेदारों की भीड़ जमा हो गई।
एएसपी अशोक कुमार के अनुसार हादसे में परिवार के चार सदस्यों की मौत हुई है। इसमें दो बच्चे शामिल हैं। चार अन्य घायलों को गंभीर हालत में आगरा हायर सेंटर रैफर कर दिया गया है।
हाथरस से उठी डोली अैर मायके में ही ली अंतिम सांस
सोनम अग्रवाल की करीब 15 साल पहले हाथरस से डोली उठी और शुक्रवार को गंगा स्नानकर आगरा लौटते समय हादसा होने के कारण मायका यानी हाथरस में ही अंतिम सांस ली। बेटी सोनम और धेवती की मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच उठा। कई घंटे तक महिलाओं को इस हादसे की भनक तक नहीं लगे दी। बाद में जब पता चला तो चीख पुकार मच उठी।
शहर के चामड़गेट निवासी सोनम अग्रवाल की शादी कमलानगर स्थित नटराजपुर निवासी हार्डवेयर कारोबारी अनुज अग्रवाल के साथ करीब 15 साल पहले हुई थी। सोनम के दो बेटी और एक बेटा है। शुक्रवार की सुबह परिवार के लोग हंसी खुशी गंगा स्नान के लिए निकले थे। अनुज के साथ उसका छोटा भाई सौरभ अग्रवाल भी अपनी पत्नी रुबी और बेटे चेतन को लेकर गए। दोपहर को सभी लोग वापस लौट रहे थे। तभी कार अनियंत्रित होकर गड्ढे में जा गिरी। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। इसमें सोनम और उनके इकलौते बेटे निताई के अलावा चेतन पुत्र सौरभ और रुबी पत्नी सौरभ की मौत हो गई। जैसे ही इस हादसे की खबर सोनम के मायके वालों को मिली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
सभी लोग तुरन्त ही जिला अस्पताल आ गये। यहां देखा तो सोनम और उसके बेटे निताई सहित चार लोगों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, लेकिन एक साथ परिवार के चार लोगों की मौत की खबर को लोग महिलाओं से घंटो तक छिपाते नजर आए। जिला अस्पताल आए परिजनों में चीख पुकार मची थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि इस तरह का दर्दनाक हादसा होगा, क्योंकि जिस हाथरस से सोनम की डोली उठी थी। वहीं उसने अंतिम सांस ली।
सोनम का पूरा परिवार बिखर गया। दस साल का बेटा भी मां की गोद में इस दुनिया को छोड़कर चला गया। दीवाली के त्योहार पर इस हादसे के बाद सारी खुशियां काफूर हो गईं। इधर पति और परिवार के बाकी सदस्य अस्पताल में जिंदगी मौत से जंग लड़ रहे हैं।