समूह बनाकर फर्जी रूप से निकाल लिया तीन लाख का ऋण
करहल। थाना क्षेत्र के ग्राम तरौलिया में स्वयं सहायता समूह के नाम पर फर्जीवाड़ा किए जाने का खुलासा हुआ है। कुछ लोगों ने समूह के नाम पर बैंक से तीन लाख रुपये का ऋण भी ले लिया। बैंक की ओर से ऋण वसूली के...
थाना क्षेत्र के ग्राम तरौलिया में स्वयं सहायता समूह के नाम पर फर्जीवाड़ा किए जाने का खुलासा हुआ है। कुछ लोगों ने समूह के नाम पर बैंक से तीन लाख रुपये का ऋण भी ले लिया। बैंक की ओर से ऋण वसूली के नोटिस महिलाओं के नाम पहुंचे तब उन्हें इस फर्जीवाड़े की जानकारी हो सकी। नोटिस मिलने के बाद पीड़ित महिलाओं ने डीएम को मामले की शिकायत की। डीएम ने जांच कर कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। बैंक के रीजनल मैनेजर को भी शिकायती पत्र भेजा गया है।
तरौलिया से डीएम से मिलने पहुंची महिलाओं ने जानकारी दी कि तरौलिया गांव में ओम स्वयं सहायता समूह बनाया गया था। इस समूह में गांव की ब्रजलता, गिरजा देवी, आत्मकिरन, नीलम, रिंकी देवी के नाम जानकारी दिए बिना शामिल कर लिए गए। इन महिलाओं को समूह के संबंध में कोई जानकारी ही नहीं थी और न ही वह इस समूह में शामिल हुई थीं। कुछ लोगों ने समूह बनाया और ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त की कुर्रा शाखा में समूह का खाता खोल दिया गया। आरोप लगाया कि शाखा प्रबंधक से साठगांठ कर इस समूह के नाम पर वर्ष 2013 में तीन लाख रुपये का ऋण ले लिया गया। उपरोक्त महिलाओं के नाम ये ऋण लिया गया। सात साल तक लिए गए ऋण की कोई जानकारी इन महिलाओं को नहीं हो सकी। 31 जनवरी को उनके पास बैंक की ओर से नोटिस पहुंचे तो तीन लाख के ऋण के नोटिस देखकर उनके होश उड़ गए।
प्रबंधक ने कहा उनके कार्यकाल का नहीं है मामला
कुर्रा। शाखा प्रबंधक दिवाकर सिंह से भी शिकायत की गई लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। आरोप ये भी है कि कुछ ऐसे नाम भी हैं जो मर चुके हैं लेकिन उनके नाम से भी ऋण निकाला गया है। बैंक के रीजनल मैनेजर को भी महिलाओं की ओर से शिकायती पत्र भेजा गया है। बैंक मैनेजर दिवाकर सिंह का कहना है कि ये मामला उनके कार्यकाल का नहीं है। उच्चाधिकारियों को बता दिया गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।