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बच्चा बदलने की घटना ने तूल पकड़ा, अब डीएनए जांच होगी

15 अगस्त को बरनाहल के ग्राम सलूकनगर स्थित सीएचसी पर बच्चा बदलने की घटना तूल पकड़ गई है। डीएम के निर्देश पर हुई जांच के बाद गुरुवार को अस्पताल की नर्स...

Newswrap हिन्दुस्तान, मैनपुरीFri, 30 Oct 2020 05:45 PM
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15 अगस्त को बरनाहल के ग्राम सलूकनगर स्थित सीएचसी पर बच्चा बदलने की घटना तूल पकड़ गई है। डीएम के निर्देश पर हुई जांच के बाद गुरुवार को अस्पताल की नर्स सहित दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पीड़िता का आरोप है कि उसने पुत्र को जन्म दिया था लेकिन अस्पताल की नर्स ने पुत्र बदल दिया और उसे पुत्री दे दी। मुकदमा दर्ज करने के बाद शुक्रवार को बरनाहल पुलिस की टीम पीड़िता और उसके बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंची और डीएनए टेस्ट के लिए नमूने लिए। डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद खुलासा होगा कि पीड़िता ने पुत्र या पुत्री को जन्म दिया था।

मामला बरनाहल थाना क्षेत्र के ग्राम नगला बरी से जुड़ा है। 15 अगस्त को नगला बरी निवासी अंजू देवी पत्नी संजय सिंह ने तहरीर देकर जानकारी दी कि बरनाहल अस्पताल में उसकी डिलीवरी हुई। ड्यूटी पर कार्यरत ऊषा एएनएम ने साथी कर्मी गुड्डी के साथ डिलीवरी कराई। उसके पुत्र पैदा हुआ लेकिन दोनों ने मिलकर उसका पुत्र गायब कर दिया और उसे लड़की सौंप दी। पुलिस ने पहले इस मामले की जांच कराई तो मामला सही नहीं पाया गया। इसके बाद पीड़िता ने डीएम को मामले की तहरीर दी। डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने भी एक टीम बनाकर जांच कराई। डा. रविदीप के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने जांच की और अंजू के आरोप झूठे पाए। गुरुवार की शाम पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 363 और 34 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।

डॉक्टर ने कहा, आरोपी का पति दे रहा धमकी

मैनपुरी। डा. रविदीप सिंह ने बताया कि अंजू देवी की डिलीवरी 15 अगस्त को रात 9.35 बजे हुई और उसने एक पुत्री को जन्म दिया। जबकि 15 अगस्त को ही सोढ़रा निवासी पुष्पा देवी पत्नी श्याम सुंदर की डिलीवरी शाम 4 बजे कराई गई। पुष्पा देवी ने पुत्र को जन्म दिया। दोनों की डिलीवरी में लगभग 5.30 घंटे का अंतर है। अंजू के आरोप सही नहीं है लेकिन फिर भी उन्होंने आरोपों की जांच के लिए डीएनए टेस्ट की संतुति कर दी है। डॉक्टर का यह भी कहना है कि आरोपी अंजू का पति उन्हें भी धमकी दे रहा है। इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई है। दोनों आरोपियों से स्पष्टीकरण भी ले लिया गया है।

जिला अस्पताल में कराया गया डीएनए

मैनपुरी। शुकवार को एसआई विजेंद्र सिंह नागर महिला सिपाहियों के साथ महिला और बच्चे को डीएनए टेस्ट कराने जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने डीएनए के नमूने लिए। यह रिपोर्ट गाजियाबाद भेजी गई है। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि घटना का सच किया है। हालांकि इस घटना में आरोपी एएनएम ऊषा का कहना है कि अंजू और उसका पति झूठ बोल रहा है। उन पर लगाए गए सारे आरोप गलत हैं।

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