Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़महाराजगंजSevere Deterioration of Khutha-Pakri Road Disrupts Travel in Maharajganj

दो विधानसभा को जोड़ने वाला खुटहा-पकड़ी मार्ग बदहाल, राह बदलने को मजबूर हैं लोग

हिन्दुस्तान टीम, महराजगंज सदर व पनियरा विधानसभा को जोड़ने वाले खुटहा-पकड़ी मार्ग की बदहाली

Newswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंजThu, 19 Sep 2024 04:39 AM
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हिन्दुस्तान टीम, महराजगंज सदर व पनियरा विधानसभा को जोड़ने वाले खुटहा-पकड़ी मार्ग की बदहाली के चलते यात्रियों ने अपनी राह बदल ली है। दस से पन्द्रह किमी लंबी दूरी तय कर सफर करने को विवश हो गए हैं। स्थिति यह है कि पिछले दो साल से इस महत्वपूर्ण मार्ग पर रम्हौली गांव के सामने बलिया नाला पर बने पुल की जर्जर हालत देख लोक निर्माण विभाग ने बड़े वाहनों के गुजरने पर प्रतिबंध लगा दिया है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शासन में कई बार पहल कर सड़क के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण की मांग कर चुके हैं लेकिन इस्टीमेट को स्वीकृति नहीं मिल पा रही है। इससे यात्रियों को यात्रा के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

खैंचा गांव से पकड़ी तक आठ किमी गड्ढे में तब्दील हो चुकी है सड़क

पनियरा व सदर विधानसभा क्षेत्र के पकड़ी नौनियां, महदेवा, खैचा, रम्हौली, सिंहपुर, महुहवा, शुक्ल, खुटहा दर्जनों गांव का यह मुख्य मार्ग से जिला मुख्यालय आने-जाने का सबसे सुगम रास्ता है। हर दिन हजारों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं। पर स्थिति यह है कि खुटहा व पकड़ी के बीच में रम्हौली गांव के ईंट भट्ठे के पास पड़ने बलिया नाला का पुल टूट गया है। साथ ही खैंचा गांव से पकड़ी तक आठ किमी सड़क जगह जगह टूट कर गड्डे में तब्दील हो गई है। अब इस रास्ते से केवल पैदल व बाइक सवार ही आते जाते हैं। अन्य वाहनों के लिए यह सड़क लगभग साल भर से बंद है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र के लोगों के लिए पनियरा से गोरखपुर जाने का भी यही मार्ग है। रम्हौली के पूर्व प्रधान रामकिशुन राय ने बताया कि पुल के जर्जर हो जाने से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है।

बड़े वाहन 15 किमी का चक्कर लगाने को विवश, महंगाई भी बढ़ी

प्राइवेट कार के अलावा बड़े व माल वाहक वाहनों के लिए बलिया नाला पुल पर नो एंट्री का बोर्ड लगाए जाने से क्षेत्र के लोगों को जनपद मुख्यालय तक की यात्रा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बड़े वाहनों को अब सिंहपुर, परतावल होते हुए आना जाना पड़ रहा है। जिसके लिए दस से पंद्रह किमी का अतिरिक्त रास्ता तय करना पड़ता है। इससे निर्माण सामग्री अन्य क्षेत्र की अपेक्षा क्षेत्र में महंगी है।

पुल व सड़क टूटने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जनपद मुख्यालय आने जाने में दूसरे रास्ते का उपयोग करना पड़ रहा है। जिससे समय व पैसे की बर्बादी होती है।

शिवकुमार चौहान -तेन्दुअहिया

पहले तो सड़क ही खराब थी जिससे लोग किसी तरह से मुख्यालय पहुंच जाते थे। अब पुल टूटने से दूरी बढ़ने के कारण और मुश्किल होने लगी है। यात्रा दुखद है।

प्रदीप निषाद -सूचितपुर बघौना

जनपद मुख्यालय तक आने जाने का यही सबसे नजदीकी रास्ता है। अब इसके बंद होने से जिनके पास अपने साधन नहीं है। उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

दिनेश त्रिपाठी -बैदा

लोक सभा चुनाव के दौरान आनन-फानन में खुटहा से पनियरा तक की सड़क की मरम्मत की गई। लेकिन अब बरसात में भी सड़क जगह से टूट कर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।

धर्मेन्द्र -बेनीगंज

पकड़ी-पनियरा मार्ग का इस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया है। खुटहा मार्ग पर मेडिकल कॉलेज तक आने-जाने के लिए फोरलेन का प्रस्ताव है। उसमें पुल का भी आगणन है। स्वीकृति मिलने के बाद सड़क निर्माण का कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

धर्मपाल सिंह-एक्सईएन पीडब्ल्यूडी

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