Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़महाराजगंजLeopard Terrorizes Villages in Maharajganj Injures Woman and Two Men

महराजगंज में तेंदुए ने महिला को मारा झपट्टा, इलाके में दहशत

भगवानपुर (महराजगंज) में तेंदुए का आतंक जारी है। डंगरूपुर गांव में एक महिला को तेंदुआ ने घायल कर दिया, जबकि पछुडिहवा में दो युवक भी उसकी चपेट में आए। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया...

Newswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंजThu, 21 Nov 2024 04:56 PM
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भगवानपुर (महराजगंज), हिन्दुस्तान संवाद। उत्तरी चौक रेंज के सीमावर्ती पछुडिहवा, डंगरूपुर समेत आधा दर्जन गांव में तेंदुए का आतंक पिछले तीन से कायम है। गुरूवार को डंगरुपुर गांव में दरवाजे पर झाड़ू लगा रही पुनीता पत्नी रामनयन पासवान अचानक गांव में आए तेंदुआ को देख घर के अंदर भागने का प्रयास करने लगी, लेकिन तेंदुआ ने झपट्टा मार कर उसे घायल कर दिया। ग्रामीणों के शोर मचाने के बाद तेंदुआ भागा। परसामलिक थानाक्षेत्र के पछुडिहवा गांव में मंगलवार की शाम को आया तेंदुआ सबसे पहले एक बकरी को शिकार बनाया। इसके बाद ग्रामीण उसे लाठी-डंडा लेकर ढूंढने लगे। इस दौरान तेंदुआ ने दो युवकों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। ग्रामीण क्षेत्र में तेंदुआ के आने की सूचना के बाद वन विभाग की टीम पिंजरा लेकर पहुंची लेकिन अभी तक तेंदुआ पकड़ में नहीं आया है।

डंगरूपुर गांव में घुसा तेंदुआ, घरों के बंद हुए फाटक

पछुडिहवा में दो दिन आतंक मचाने के बाद तेंदुआ गुरूवार की भोर में डगरूपुरवा में पहुंच गया। अनिल कुमार के दरवाजे पर धनिया पत्ती का बंडल रखा था। तेंदुआ ने धनिया पत्ती के बंडल को बिखेर दिया। आसपास के घरों में बरामदे में सोए लोगों को जब गांव के अंदर तेंदुआ के आने की भनक लगी तो फौरन बिस्तर से उतर घर के अंदर घुस दरवाजा बंद कर शोर मचाना शुरू कर दिया। गांव में रामनयन पासवान की पत्नी पुनीता गुरूवार की सुबह दरवाजे के सामने झाड़ू लगा रही थी, अचानक उसकी नजर तेंदुआ पर पड़ी, इसके बाद वह भागने का प्रयास करने लगी। महिला को देख तेंदुआ ने झपट्टा मारा। नाखून से खरोंच लगा लेकिन तेंदुआ की गिरफ्त में आने से पहले महिला घर में घुस अपने को सुरक्षित कर ली। ग्रामीणों के शोर मचाने के बाद तेंदुआ वापस बगीचे में जाकर छिप गया।

जेसीबी मशीन ने तेंदुआ को ढूंढ रहे ग्रामीण

तेंदुआ को पकड़ने के लिए वन कर्मियों ने बुधवार की रात पिंजड़ा लगाया। उसमें बकरी बांध तेंदुआ के आने का इंतजार करने लगे। पर, तेंदुआ नहीं आया। इसके बाद ग्रामीण जेसीबी मशीन में सवार होकर पछुडिहवा गांव के झाड़ियों से घिरे दर्जनों बांस की खूंटी में घंटों कांबिंग कर तेंदुआ को ढूंढने व भगाने का प्रयास किया लेकिन वह नजर नहीं आया। ग्रामीण रामसमुझ यादव, रामवृक्ष, छोटू, सुचित, भुक्खल, गौरीशंकर, रामलखन, अनिल, संतोष राजेन्द्र, महेन्द्र, सुरेश, शंकर, रामसरण, त्रिलोकी, मनिराम, देवीशंकर, अमित, भूपेंद्र, राजकुमार, शिवकुमार आदि ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर झुंड में तेंदुआ से सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे हैं। ग्रामीण कई शिफ्ट में रखवाली कर रहे हैं।

उत्तरी चौक रेंज के जंगल से भटक कर आबादी क्षेत्र में तेंदुआ के जाने की सूचना मिली है। रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है। पिंजरा लगाया गया है। वन कर्मियों को निर्देश दिया है कि वह तेंदुआ को जंगल की ओर मुवमेंट कराएं या उसे सुरक्षित पकड़ें। मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए पुलिस की भी मदद ली गई है। जल्द ही तेंदुआ को जंगल की ओर जाने दिया जाएगा या उसे सुरक्षित पकड़ लिया लाएगा। ग्रामीणों से अपील है कि वन विभाग की टीम का सहयोग करें।

निरंजन सुर्वे, डीएफओ

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