तीन दिन बाद वायरल फीवर का चल रहा पता, मरीजों का घट रहा प्लेटलेट्स
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। ठंड में वायरल फीवर की पहचान करना मुश्किल हो
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। ठंड में वायरल फीवर की पहचान करना मुश्किल हो गया है। तीन दिन बाद वायरल फीवर की पुष्टि हो रही है। ऐसे में इन पीड़ितों को स्वस्थ होने में कम से कम एक सप्ताह लग रहा हैं। बाल रोग विशेषज्ञ इस बीमारी से मासूमों को बचाने के लिए उन्हें ठंड से बचाने की सलाह दे रहे हैं।
ठंड में वायरल फीवर मरीजों में इजाफा हो गया है। गुरुवार को जिला अस्पताल में बहुत कम पीड़ित इलाज के लिए पहुंचे थे। अपराह्न दो बजे तक मात्र 736 पीड़ित इलाज के लिए पहुंचे थे। इसमें 372 मासूम पीड़ित शामिल हैं। इन मासूमों में सबसे अधिक 256 वायरल फीवर से पीड़ित हैं। इन मासूम पीड़ितों को चार दिन से बुखार आ रहा हैं। दवा लेने के बाद भी इनका बुखार नहीं उतर रहा है। बीमारी से गंभीर 15 मासूमों को भर्ती करना पड़ा। बुखार की जांच में इनमें वायरल फीवर की पुष्टि हुई हैं। डॉक्टर इन मासूमों को सुबह, दोपहर और रात में पैरासिटामॉल इंजेक्शन देने की सलाह दी है।
तीन दिन बाद वायरल फीवर का चल रहा पता
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल चौधरी का कहना है कि ठंड में बहुत जल्द मासूम वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं। इन पीड़ितों को नियमित सात दिन दवा लेने के बाद बुखार कंट्रोल हो रहा हैं। ओपीडी में पहुंचे 80 मासूम पीड़ितों में 70 वायरल फीवर से पीड़ित थे। तीन दिन बाद इन पीड़ितों में वायरल बुखार की पुष्टि हुई हैं। मासूमों को दवा देने के साथ ही उन्हें ठंड से बचाने की सलाह दी जा रही हैं। यही हाल बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश रमन, डॉ. रंजन कुमार मिश्रा, डॉ. रामनवल और डॉ. केके ओझा में पहुंचे मासूम पीड़ितों का रहा।
हर दिन के अपेक्षा बहुत कम पीड़ित इलाज के लिए पहुंचे थे। लेकिन वायरल फीवर पीड़ितों की संख्या में कमी नहीं हुई हैं। वार्ड में भर्ती मरीजों की बेहतर देखभाल की सलाह दी गई है।
डॉ. एपी भार्गव, सीएमएस जिला अस्पताल
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