बरामद तस्करी के कपड़े की जांच के लिए जीएसटी की टीम गठित
Maharajganj News - महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। नौतनवा कस्बे के जायसवाल मोहल्ले में स्थित एक मकान से
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। नौतनवा कस्बे के जायसवाल मोहल्ले में स्थित एक मकान से बीते 24 नवम्बर को करीब 20 लख रुपए का कपड़ा व कॉस्मेटिक का सामान पुलिस व तहसील प्रशासन की छापेमारी में बरामद होने के बाद अब जीएसटी विभाग की भी टीम जांच के लिए गठित कर दी गई है। नौतनवा पुलिस द्वारा राज्य कर विभाग गोरखपुर से बरामद कपड़े के कारोबारी के अवैध कारोबार की जांच के लिए पत्र लिखा गया था।
पुलिस की कार्रवाई में जिस जगह अवैध तरीके से रखे कपड़े की खेप की बारामदगी हुई है उस मकान मालिक पर भी शिकंजा कसने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिस मकान में छापेमारी हुई थी वहां से करीब 20 लाख रुपए का कपड़ा एव कॉस्मेटिक का सामान बरामद हुआ था। कार्रवाई के लिए पुलिस ने बरामद कपड़ा व कॉस्मेटिक का सामान कस्टम विभाग को सुपुर्द कर दिया था। बावजूद अभी तक बरामद कपड़े का क्लेम करने कोई भी कारोबारी कस्टम कार्यालय तक नहीं पहुंचा है। नौतनवा थाना निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह द्वारा लिखे गए पत्र का संज्ञान लेते हुए राज्य कर विभाग गोरखपुर ने पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दिया है।
जीएसटी विभाग की जांच में अवैध कारोबारी के होंगे चेहरे बेनकाब
राज्य कर विभाग की टीम बरामद कपड़ों के वास्तविक कारोबारी की जांच तो करेगी ही साथ में इस बात का भी पता लगाएगी कि उक्त कारोबारी अभी तक देश के विभिन्न राज्यों से कितने बड़े पैमाने पर कपड़े का कारोबार किया है, और कहां-कहां बेचा है। जानकारों की माने तो भारत से नेपाल जाने वाले कपड़े पर भारत सरकार किसी भी तरह का कोई कर नहीं लेती है। जबकि नेपाल सरकार उसी कपड़े पर 30 से 35 प्रतिशत का कर वसूल करती है। कपड़े के अवैध कारोबारी नेपाल कर को बचाने के लिए नौतनवा एवं सोनौली में बनाए गए गोदाम में कपड़ा उतार कर पगडंडी रास्तों के जरिए नेपाल की सीमा में रात के अंधेरे भिजवा देते हैं । जिसमें अवैध कारोबारी को बड़ा मुनाफा होता है। जानकारों की माने तो ऐसे बहुत से कपड़े नेपाल के ही नाम पर नौतनवा कस्बे में उतरते हैं और भारतीय बाजारों में ही बेच दिए जाते हैं। जिससे भारत सरकार की लगने वाली जीएसटी पूरी तरह बच जाती है।
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