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सशक्त नारी से ही देश होगा सशक्त : डॉ. ज्योत्सना

महराजगंज दिग्विजय नाथ बालिका इंटर कालेज में 'सशक्त नारी, सशक्त भारत' विषय पर व्याख्यान का आयोजन हुआ। डॉ. ज्योत्सना पांडेय ने नारी के सम्मान पर जोर दिया, जबकि अन्य वक्ताओं ने नारी की भूमिका और समाज में...

Newswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंजThu, 19 Sep 2024 04:20 AM
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हिन्दुस्तान टीम, महराजगंज दिग्विजय नाथ बालिका इंटर कालेज चौक बाजार में ब्रह्मलीन महन्त दिग्विजयनाथ महाराज की स्मृति में सशक्त नारी सशक्त भारत विषय पर व्याख्यान माला का आयोजन हुआ। इसमें वक्ताओं ने महिलाओं की स्वतंत्रता, स्वालंबन और अधिकारों को सश्क्त बनाने पर जोर दिया।

मुख्य अतिथि जवाहरलाल नेहरू पीजी स्मारक पीजी कालेज की प्राचीन इतिहास विभाग की सहायक आचार्य डॉ. ज्योत्सना पांडेय ने कहा कि जहां नारियों की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं और जहां नारियों का तिरस्कार होता है वहां पर दरिद्रता निवास करती है। भारतीय संस्कृति में नारी को सदैव ही सम्मान की दृष्टि से देखने की परंपरा है। वेद उपनिषद तथा अन्य ग्रन्थों में नारियों की वृहद रूप से चर्चा की गई है। निश्चित ही यदि किसी देश को सशक्त और समृद्ध होना है तो नारियों का सम्मान जरूरी है। नारी सुरक्षित रहेंगी तो देश सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही नारी ने समाज को दिशा और दशा देने का कार्य की है। आज भी वह देश को मजबूत करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

विशिष्ट अतिथि गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय के डॉ. रामपाल यादव ने कहा कि देश के विकास में नारी का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए समृद्धशाली नारी से समृद्ध देश बनेगा। दिग्विजयनाथ इंटरमीडिएट कालेज के प्रवक्ता डॉ. राकेश कुमार तिवारी ने कहा कि वेदों और उपनिषदों के साथ ही अनेक शास्त्रों में नारी के गौरवशाली परंपरा की चर्चा की गई है। बीच में आक्रांताओं के कारण नारी पर्दा प्रथा की शिकार हुई थी। लेकिन आज की नारी इतिहास को बदलने के लिए तैयार है। आज सभी क्षेत्रों में नारियां अपना परचम लहरा रही हैं। निश्चित रूप से विकसित भारत की कल्पना को नारी ही साकार कर सकती हैं।

प्रधानाचार्या सपना सिंह ने कहा कि समृद्ध नारी तभी हो सकती है जब तक उनमें चारित्रिक विकास हो। क्योंकि चरित्र निर्माण किसी भी नारी के लिए बहुत बड़ा स्तंभ है। इसके द्वारा वह अपने आप को तथा समाज को और राष्ट्र को सशक्त कर सकती है। संचालन अंजलि त्रिपाठी ने किया। इस दौरान विपिन कुमार, संदीप यादव, आनन्द कुमार शुक्ल, कावेरी जायसवाल, प्रतिभा पांडेय, अंजलि त्रिपाठी, रतनप्रिया मिश्रा,सरिता मिश्रा, शीला मिश्रा, गिरिजेश शर्मा, कमलेश वर्मा आदि मौजूद रहे।

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