महामना के पौत्र और बीएचयू के चांसलर जस्टिस गिरिधर मालवीय का निधन, कुछ समय से थे बीमार
महामना के पौत्र और बीएचयू के चांसलर जस्टिस गिरिधर मालवीय का निधन हो गया है। गिरिधर मालवीय ने प्रयागराज में सुबह अंतिम सांस ली। वे कुछ समय से बीमार चल रहे थे।
महामना के पौत्र और बीएचयू के चांसलर जस्टिस गिरिधर मालवीय का निधन हो गया है। प्रयागराज के संरक्षक न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय का सोमवार को 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे कई महीनों से बीमार चल रहे थे। उनका निधन जार्ज टाउन स्थित आवास पर करीब सुबह 6:30 बजे हुआ। निधन की खबर पर कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन प्रयागराज के लिए रवाना हो गए हैं। उनके निधन की सूचना पर श्रद्धांजलि देने के लिए बंगले पर विधि, शिक्षा व सामाजिक क्षेत्रों के विशिष्ट जनों सहित पारिवारिक मित्रों व शुभचिंतकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन, उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत्यकाम, कमिश्नर विजय विश्वास पंत, सुप्रीमकोर्ट के न्यायमूर्ति एपी मिश्र, महाधिवक्ता उप्र सरकार अजय मिश्र ने बंगले पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। बेटे मनोज मालवीय ने बताया कि न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय का अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह 11 बजे रसूलाबाद घाट पर किया जाएगा।
इलाहाबाद हाई कोर्ट में रह चुके हैं न्यायमूर्ति
न्यायमूर्ति मालवीय भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के पौत्र थे। बीते बीएचयू दीक्षांत समारोह में वह ह्वीलचेयर पर आए थे। वर्ष 2014 में वाराणसी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक भी थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही प्रयागराज में शोक की लहर दौड़ गई। शहरवासी पहले तो उनके निधन की पुष्टि के लिए एक-दूसरे को फोन करते रहे। निधन के पुष्टि होने पर लोगों की आंखें नम हो गईं। न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय के परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक पुत्र है। गिरिधर मालवीय इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 1988 से लेकर 1998 तक न्यायाधीश रहे और नवंबर 2018 में उन्हें सर्वसम्मति से काशी हिंदू विश्वविद्यालय का कुलाधिपति चुना गया। मनोज मालवीय ने बताया कि न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय का अंतिम संस्कार मंगलवार को प्रयागराज के रसूलाबाद घाट पर किया जाएगा।
पीएम मोदी ने भी जताया दुख
भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी के प्रपौत्र गिरिधर मालवीय जी के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, गिरधर मालवीय जी के निधन की खबर सुनकर उन्हें अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना शिक्षा जगत के साथ-साथ पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। गंगा सफाई अभियान में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। न्यायिक सेवा में अपने कार्यों से भी उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। मुझे कई बार उनसे निजी तौर पर मिलने का सौभाग्य मिला। 2014 और 2019 में वाराणसी के मेरे संसदीय क्षेत्र से वे प्रस्तावक रहे थे, जो मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगा। शोक की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को संबल प्रदान करे। ओम शांति!