महाकुंभ भगदड़ के बाद संगम की अब हेलीकॉप्टर से निगरानी, लखनऊ में हाईलेवल मीटिंग, अफसरों को ये निर्देश
- प्रयागजरा में महाकुंभ में भगदड़ के बाद अब हेलीकॉप्टर से निगरानी की जा रही है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ में हर हरकतों पर नजर रखी जा रही है।प्रशासन हाई अलर्ट पर है। उधर, मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ में हाई लेवल मीटिंग की है।
महाकुंभ में भगदड़ के बाद अब हेलीकॉप्टर से निगरानी की जा रही है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ में हर हरकतों पर नजर रखी जा रही है। कुंभ मेला क्षेत्र में हेलीकॉप्टर उड़ते दिखाई दे रहा है। प्रशासन हाई अलर्ट पर है। उधर, मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ में प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह विभाग के प्रमुख सचिव तथा अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हाईलेवल बैठक की। अफसरों को कई निर्देश दिए गए। आगे स्नान सुचारू रूप से होता रहे। हर किसी संभव सहायता मिले।अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिेए हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन मुस्तैद है। प्रशासन पूरी तत्परता से श्रद्धालुओं की मदद करे। सभी श्रद्धालुओं से भी अपील है कि वे अफवाह पर ध्यान ना दें। संयम से काम लें। यह आयोजन सभी लोगों का है। प्रशासन उनकी सेवा के लिए पूरी तत्परता से लगा हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार पूरी मजबूती के साथ वहां पर हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।
आपको बता दें कि महाकुंभ मेले में बुधवार तड़के मौनी अमावस्या के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति बन गई है। आधी रात के बाद लगभग 2 बजे, कुंभ मेला क्षेत्र में लाउडस्पीकरों से गूंजते मंत्रों और श्लोकों के निरंतर उच्चारण के बीच संगम की ओर दौड़ती एम्बुलेंसों और पुलिस वाहनों के तेज सायरन की आवाजें गूंज उठीं। घायलों को मेला क्षेत्र में बने केंद्रीय अस्पताल में ले जाया गया। कई घायलों के रिश्तेदार भी वहां पहुंचे, साथ ही कुछ वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी वहां पहुंचे। इस घटना के बाद इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कुंभ मेले की स्थिति को लेकर बात की।
मेले के लिए विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने पत्रकारों को बताया कि संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं और उनका अभी इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि किसी की भी स्थिति गंभीर नहीं है। घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां कई घायलों के रिश्तेदार भी पहुंच गए हैं।
उल्लेखनीय है कि मौनी अमावस्या पर सुबह 10 बजे तक 3.96 करोड़ लोगों ने स्नान किया, जबकि इससे पूर्व मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई थी।