महाकुंभ जा रही प्रयागराज एक्सप्रेस पर श्रद्धालुओं ने किया पथराव, एसी बोगी का शीशा टूटा
- झांसी के हरपालपुर स्टेशन के पास यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में न चढ़ पाने से नाराज श्रद्धालुओं ने पत्थर फेंके। जिससे ट्रेन की खिड़की और दरवाजों के शीशे टूट गए। वहीं दूसरी ट्रेन अंबेडकर नगर-प्रयागराज एक्सप्रेस पर भी छतरपुर स्टेशन पर पथराव कर हंगामा किया गया।
यूपी के झांसी मंडल के हरपालपुर स्टेशन के पास यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में न चढ़ पाने से नाराज श्रद्धालुओं ने पत्थर फेंके। जिससे ट्रेन की खिड़की और दरवाजों के शीशे टूट गए। वहीं दूसरी ट्रेन अंबेडकर नगर-प्रयागराज एक्सप्रेस पर भी छतरपुर स्टेशन पर पथराव कर हंगामा किया गया। कोच के दरवाजे न खुलने से नाराज यात्रियों की ओर से किए गए पथराव से यात्रियों में चीख-पुकार मची रही।
हरपालपुर स्टेशन पर जहां यात्री कोच के दरवाजे खोलने को तैयार नहीं थे, वहीं बाहर से लोग ट्रेन पर पथराव कर रहे थे। इससे अंदर बैठे यात्री सहम गए। कुछ उपद्रवियों ने आपातकालीन खिड़की तोड़कर भी पत्थर फेंके। वहीं, छतरपुर स्टेशन पर रात 12 बजे पहुंची डॉआंबेडकर नगर- प्रयागराज एक्सप्रेस के यात्रियों द्वारा दरवाजे अंदर से न खोलने पर हंगामा हुआ। जिनके रिजर्वेशन था,वह भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए। पूरे मामले में एसपी जीआरपी विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि चूंकि घटनास्थल मध्यप्रदेश जीआरपी के अधिकार में आता है, ऐसे में उन्हें कार्रवाई के लिए सूचित किया गया है।
इस घटना से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए हैं। जिसमें छतरपुर और हरपालपुर रेलवे स्टेशनों पर कुछ लोग चिल्लाते हुए सुने जा रहे हैं। वीडियो में कुछ लोगों को ट्रेन की बोगियों पर पत्थर फेंकते, उसके दरवाजों पर मारते हुए और उन्हें जबरदस्ती खोलने की कोशिश करते हुए भी देखा जा सकता है। एक यात्री ने बताया कि वह प्रयागराज में जारी महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने जा रहे थे लेकिन वह प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में नहीं चढ़ सके क्योंकि दरवाजे और खिड़कियां बंद थीं। लोगों द्वारा हंगामा किए जाने के बाद जीआरपी के जवानों ने छतरपुर में एक ट्रेन के दरवाजे खोल दिए लेकिन ट्रेन में पहले से ही भीड़ होने के कारण कई लोग उसमें सवार नहीं हो सके।