जितना पसीना अभी बहेगा, उतना ही खून कम बहाने की नौबत आएगी-योगी
Lucknow News - आम नागरिकों के साथ संवेदनशील बनने की नसीहत दी लखनऊ, विशेष संवाददाता मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, विशेष संवाददाता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त सिपाहियों को नसीहत दी कि ट्रेनिंग में जितना पसीना बहा लोगे, जीवन में उतना ही कम खून बहाने की नौबत आगे आएगी। पुलिस को आम नागरिकों के साथ संवेदनशीलता के साथ पेश होना चाहिए। उनसे दोस्ताना व्यवहार रखने से पुलिस की छवि अच्छी बनती है। उन्होंने कहा कि हमने बिना डिगे, बिना झुके दंगा मुक्त वातावरण दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ में पुलिस के व्यवहार की तारीफ देश-दुनिया में हुई। जब पुलिस ऐसे आयोजन में ऐसा कर सकती है तो इस दिशा में भी यही दिखाया जा सकता है। यह एक अवसर मिल रहा है जब आप सभी यूपी पुलिस की छवि को और बेहतर कर सकते हैं।
उन्होंने यह कह कर इन नवनियुक्त सिपाहियों का उत्साह बढ़ाया कि आप देश के सबसे बड़े पुलिस बल का हिस्सा बन रहे हैं। आपके माता-पिता व अभिभावकों को भी ह्रदयतल से बधाई दी। उन्होंने कहा कि 11 साल में नए भारत का निर्माण हुआ है। यह सिर्फ प्रशासनिक आयोजन नहीं बल्कि प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के उस विजन को लागू करने का कार्यक्रम है जो सुरक्षा के सकल्प के साथ किया गया है। बिना डिगे, बिना झुके दंगा मुक्त वातावरण दिया मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है। आठ साल में डबल इंजन की सरकार ने बिना झुके, बिना डिगे दंगा मुक्त भयमुक्त वातावरण देकर निवेश को बेहतर किया है। प्रधानमंत्री ने स्मार्ट पुलिसिंग को आज की जरूरत बताया है। अब तकनीक और अनुशासन से युक्त पुलिस बल की जरूरत है। वर्ष 2017 से पहले नौकरियों में भाई-भतीजा वाद होता था। इमानदारी से किसी का चयन नहीं हुआ था पर अब आरक्षण की सुविधा का लाभ देते हुए मेरिट के आधार पर रखते हुए प्रदेश के अंदर काम हो रहा है। इस बार यूपी में होगी पूरी ट्रेनिंग पहली पुलिस भर्ती के समय वह अमित शाह के पास गए थे तब उन्होंने कहा था कि भर्ती करिए। ट्रेनिंग पैरा मिलेट्री व मिलेट्री में करे, ट्रेनिंग सेन्टर बनाए थे। पर, इस बार सभी नवनियुक्त 60244 सिपाही उत्तर प्रदेश में ही अपनी ट्रेनिंग पूरी करेंगे। उन्होंने तीन नए कानून का जिक्र करते हुए कहा कि इनकी मूल भावना दंड आधारित न होकर न्याय आधारित है। वैज्ञानिक साक्ष्य की जरूरत के हिसाब से अब फोरेंसिंक लैब की संख्या बढ़ाई जा रही है। यूपी में गरीब परिवार, जनजाति, पिछड़ी जाति, बेटियां भी बिना भेदभाव के यूपी पुलिस का हिस्सा बन रही हैं। ये सब यूपी की 25 करोड़ नागरिकों की सुरक्षा में अपना योगदान देंगे। ...................... यूपी पुलिस भी इस भर्ती परीक्षा में पास हुई-डीजीपी डीजीपी राजीव कृष्ण ने इस भव्य समारोह में कहा कि यह अवसर न केवल उत्तर प्रदेश के इतिहास का गवाह बन रहा है बल्कि यूपी शासन की पारदर्शिता को भी दिखा रहा है। वर्ष 2017 के बाद यूपी की कानून-व्यवस्था में अभूतपूर्व बदलाव आया है। यह बदलाव आंकड़ों में नहीं बल्कि जमीन पर भी दिख रहा है। माफिया व अपराधियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। महिला व बाल सुरक्षा, मिशन शक्ति से जन विश्वास में वृद्धि भी इस परिवर्तन की गवाही देते हैं। यह सब कुछ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्भीक नेतृत्व से हुआ है। 12048 महिला समेत 60244 सिपाहियों की यह भर्ती पूरी तरह से निष्पक्ष व मेरिट आधारित रही। मुख्यमंत्री के ओजस्वी नेतृत्व के बिना यह सम्भव नहीं था। इस परीक्षा की प्रणाली से जनता का निष्पक्ष भर्ती पर विश्वास बढ़ा है। इन अभ्यर्थियों के साथ ही परीक्षा को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराकर यूपी पुलिस ने भी परीक्षा पास की है। 10 पालियों में प्रदेश के 1134 परीक्षा केन्द्रों पर यह परीक्षा बिना किसी विवाद के हुई।
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