सात हजार बसें मिलेंगी, संवरेंगे बस अड्डे
नवरात्र के दौरान यात्रियों के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम नई सुविधाएं लाने जा रहा है। इसमें 7000 नई डीजल और इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं। 23 नए बस अड्डे पीपीपी मॉडल पर विकसित होंगे, जो एयरपोर्ट जैसी...
-नवरात्र के दौरान यात्रियों को परिवहन निगम देगा ढेरों सौगात -23 बस अड्डे पीपीपी मॉडल पर तैयार किए जाएंगे
लखनऊ, वसं। नवरात्र पर रोडवेज अपने यात्रियों के लिए कई सौगात लेकर आ रहा है। इनमें सात हजार नई डीजल और इलेक्ट्रिक बसों की सुविधा के साथ 20 हजार से ज्यादा रोजगार भी सृजित होंगे। साथ ही एक वर्ष के भीतर एयरपोर्ट के तर्ज प्रदेश में बस अड्डे विकसित किए जाएंगे। यह बातें गुरुवार को उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम मुख्यालय पर प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने पत्रकारों वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि आलमबाग बस अड्डे की तर्ज पर 23 और बस अड्डे पीपीपी मॉडल पर विकसित होने का सिलसिला शुरू हो गया है। इन बस अड्डों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन इसके लिए यात्रियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। साथ ही 50 बस अड्डों को चिह्नित की सर्वे करा लिया गया है। जल्द इन बस अड्डों की भी कैबिनेट से मंजूरी लेकर पीपीपी मॉडल पर निर्माण कराया जाएगा। मुख्यमंत्री चाहते हैं कि ग्राम स्तर तक बेहतर बस सुविधा पहुंचे। साथ ही आने वाले कुंभ में प्रदूषण मुक्त बसें चलाई जाएं। इस दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया गया है, जिसके परिणाम जल्द नजर आएंगे।
10 हजार परिचालक और पांच हजार ड्राइवर भर्ती होंगे
आम बजट में सुविधाओं के लिए 500 करोड़ और कुंभ मेले के लिए 1000 करोड़ रुपये मिले है। ये राशि नई बसों, यात्री सुविधाओं और रोजगार पर खर्च की जाएगी। इनमें ढाई हजार डीजल व पांच हजार ई बसें चलेंगे। 10 हजार कंडक्टर और पांच हजार ड्राइवरों की भर्ती होगी। मार्गदर्शी और राही एप को जोड़कर हाईटेक सुविधाएं भी दी जाएंगी। 100 बस अड्डों पर एनाउंसमेंट सिस्टम बेहतर होगा। 550 कर्मियों की भर्ती अधीनस्थ चयन आयोग से होगी।
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