विधानसभा की कार्यवाही:- सपा ने अपनी कारगुजारियों से गंवा दीं प्रदेश के विकास की संभावनाएं: योगी
Lucknow News - -उत्तर प्रदेश 2029 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा: सीएम योगी - विधानसभा
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-उत्तर प्रदेश 2029 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा: सीएम योगी - विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन प्रश्नकाल के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने दिए सवालों के जवाब
- 2027 में भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनेगा इसमें कोई संदेह नहीं
-यूपी की ग्रोथ रेट आज देश में सबसे बेहतर है, तेजी से हो रहा विकास
- 8 वर्ष में हमारी सरकार ने 6 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा के ऊपर उठाया
- अकेले महाकुम्भ का आयोजन यूपी की इकोनामी 3 लाख करोड़ की वृद्धि करेगा
- सपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य बनाया, आज उनको विकास पंसद नहीं आ रहा
- उत्तर प्रदेश में आज सबसे अधिक एमएसएमई इकाइयां संचालित- सीएम योगी
-जिनका अपना पर्सनल एजेंडा होता है, वह देश के विकास को अच्छा नहीं मानेंगे- मुख्यमंत्री
लखनऊ, विशेष संवाददाता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन प्रश्नकाल के दौरान एक बार फिर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर उन पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा ने अपनी कारगुजारियों के चलते प्रदेश के विकास की संभावनाएं गंवा दीं। सपा सरकार ने यूपी को बीमारू बनाया और अब उनका पर्सनल एजेंडा फलीभूत नहीं हो पा रहा है इसलिए उन्हें राज्य का विकास पसंद नहीं आ रहा। सही है कि सपा वाले जिस थाले में खाते हैं उसी में छेद करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2029 में यूपी वन ट्रिलियन डालर इकॉनामी वाला राज्य बन जाएगा।
मुख्यमंत्री प्रश्न प्रहर में समाजवादी पार्टी की सदस्य डा. रागिनी के सवाल का जवाब दे रहे थे। डा. रागिनी ने जानना चाहा कि यूपी कब तक वन ट्रिलियन इकॉनामी वाला राज्य बनेगा और कौन-कौन से अधिकारी इसमें क्या-क्या योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सपा की सरकार आई थी, तब राज्य की अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ रुपये थी, जो इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 27.5 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी। विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग भारत को विकसित राष्ट्र नहीं मानते, वे उत्तर प्रदेश की आर्थिक वृद्धि पर भी सवाल उठाते हैं, भारत आज दुनिया की एक बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है। हो सकता है कि कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा हो क्योंकि जिनका अपना पर्सनल एजेंडा होता है, वह देश के विकास को अच्छा नहीं मानेंगे, लेकिन सच्चाई यह है कि देश की अर्थव्यवस्था आज विश्व में पांचवें स्थान पर पहुंच चुकी है और 2027 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
तेजी से बढ़ रही उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए 10 प्रमुख क्षेत्रों को चिह्नित किया है। इन क्षेत्रों में औद्योगिक विकास, कृषि, सामाजिक सुरक्षा, नगरीय विकास, राजस्व संग्रह, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और सेवा क्षेत्र शामिल हैं। प्रत्येक सेक्टर की मासिक समीक्षा की जाती है और मुख्यमंत्री स्वयं तिमाही समीक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि 2023 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश को जमीन पर उतारा जा चुका है। कई उद्योगों ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है। इस निवेश से 60 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है।
सीडी रेशियो बढ़ाकर 60 फीसदी किया
योगी ने कहा कि यह वही प्रदेश है जहां सीडी रेशियो 44 प्रतिशत था, आज यह 60 प्रतिशत पार कर चुका है। यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश का पैसा आज उत्तर प्रदेश में लग रहा है। यह रिजर्व बैंक की ही रिपोर्ट है कि पिछले पंच वर्षीय योजना के अंदर यूपी देश का वो पहला राज्य है, जिसने बैंको से सबसे अधिक लेन-देन किया है। जनधन अकाउंट उदाहरण हैं। योगी ने कहा कि जिनका कभी बैंक में अकाउंट नहीं था, आज उनके अकाउंट में लाखों रुपये जमा है। यह इस बात का प्रमाण है कि व्यक्ति की क्रय करने की सामर्थ भी और जमा करने की सामर्थ भी बड़ी है, यह प्रधानमंत्री मोदी जी की विजन के कारण संभव हो पाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सीएम युवा उद्यमी योजना शुरू की गई, जिसके तहत 5 लाख रुपये तक के बैंक ऋण पर कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा। योजना के पहले चरण में 5 लाख रुपये और दूसरे चरण में 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा। अब तक 96 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
किसान को मिल रहा डेढ़ गुणा मूल्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों की हालत 2017 से पहले बेहद खराब थी, लेकिन आज किसान आत्महत्या नहीं कर रहा, बल्कि अपनी उपज का डेढ़ गुना मूल्य पा रहा है। उन्होंने बताया कि धान की खेती में किसानों को प्रति क्विंटल 2300 रुपये मिल रहे हैं, जबकि लागत 1100 रुपये आती है। इसी तरह गेहूं पर भी सरकार किसानों को दोगुना मूल्य दे रही है। गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज किसानों को एक सप्ताह के भीतर भुगतान मिल रहा है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य बन चुका है और एथेनॉल उत्पादन में भी शीर्ष स्थान पर है। सरकार ने दलहन और तिलहन के लिए भी विशेष योजनाएं शुरू की हैं, जिससे किसानों की आमदनी में वृद्धि हो रही है। पहली बार उन किसानों को सम्मान मिला है। राजनीति अपनी जगह है लेकिन खरीद केंद्र से सीधे डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में पैसा जा रहा है। सरकार ने दलहन और तिलहन के लिए फ्री में बीज भी उपलब्ध करवाने का काम किया है तो क्या आपको लगता नहीं है कि यह डेढ़ गुना से ज्यादा दाम मिल रहा है और सरकार इसको आगे बढ़ने का भी काम करेगी।
महाकुम्भ में तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। 2023 में 65 करोड़ पर्यटक राज्य में आए और महाकुंभ में अकेले 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उत्तर प्रदेश के इस पोटेंशियल को जिसको देश और दुनिया आज देख रही है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देगा।
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