माध्यमिक स्कूलों में 25 हजार शिक्षकों के पद खाली, पढ़ाई हो रही प्रभावित
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट ने बैठक में 25,000 से अधिक खाली शिक्षकों के पद भरने की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि टीजीटी और पीजीटी भर्ती परीक्षा की तिथि जल्द घोषित नहीं की गई, तो...
-उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट ने बैठक में खाली पद भरने की मांग -निदेशालय द्वारा शासन को भेजी सूचना के अनुसार सहायक अध्यापकों के 20999 पद और प्रवक्ता के 4703 पद खाली
-टीजीटी और पीजीटी भर्ती परीक्षा की तारीख जल्द घोषित न किये जाने पर संगठन प्रदर्शन करेगा
लखनऊ, कार्यालय संवाददाता
प्रदेश भर के 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में 25 हजार से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं। हिन्दी, अंग्रेजी से लेकर गणित, सांइस समेत दूसरे विषयों के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की भारी कमी है। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है। यही वजह है कि एडेड स्कूलों में यूपी बोर्ड 10 वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों में गिरावट आयी है। यह बातें गुरुवार को आलमबाग स्थित बीएनलाल वोकेशनल इंटर कॉलेज में प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने कहीं। संगठन ने चेतावनी दी है कि दो वर्ष पहले टीजीटी और पीजीटी भर्ती परीक्षा की तारीख घोषित नहीं की गई तो आयोग के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा।
शिक्षा निदेशालय ने शासन भेजा रिक्त शिक्षकों का ब्योरा
उप्र.माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने बताया कि शिक्षा निदेशालय ने हाल में ही शासन को प्रदेश के एडेड स्कूलों में रिक्त शिक्षकों के पदों का ब्योरा भेजा है। इसके अनुसार सहायक अध्यापकों (टीजीटी) के प्रदेश में स्वीकृत 70803 पदों में से 20999 पद खाली हैं। वहीं प्रवक्ता के स्वीकृत 22220 पदों के सापेक्ष 4703 पद खाली हैं। प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापकों के 4512 पदों के सापेक्ष 2833 पद खाली हैं। संगठन सरकार से मांग करता है कि शिक्षकों की तरह प्रधानाचार्य के पदों की भर्ती लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर करायी जाए ताकि स्कूलों को नियमित प्रधानाचार्य मिलें।
आयोग टीजीटी और पीजीटी परीक्षा की तारीखें घोषित करे
दो वर्ष पहले शासन ने टीजीटी और पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती का विज्ञापन निकाला था। इसकी लिखित परीक्षा की तारीख अभी तक घोषित नहीं की गई है। दोनों परीक्षा में 13 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इन स्कूलों में शिक्षक भर्ती की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को दी गयी है। आयोग के गठन के एक साल भर बाद भी लिखित परीक्षा की तारीखें जारी नहीं की गईं हैं। यह अभ्यर्थी आयोग के चक्कर लगा रहे हैं। संगठन आयोग के सामने धरना प्रदर्शन करेगा। बैठक में प्रदेशीय संरक्षक डॉ. हर प्रकाश यादव, प्रदेश प्रवक्ता श्रवण कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपेन्द्र वर्मा, कोषाध्यक्ष विजेन्द्र कुमार, प्रदेशीय मंत्री संदीप शुक्ल प्रदेश व सुरेन्द्र सिंह सहित सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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