भू राजस्व वाद के मामलों के निपटारे में प्रदेशभर में श्रावस्ती ने मारी बाजी
Lucknow News - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भू-राजस्व मामलों के निस्तारण में श्रावस्ती ने दिसंबर में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। धारा-67 और धारा-116 के तहत मामलों के निस्तारण में श्रावस्ती ने उत्कृष्ट...
-मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर प्राथमिकता के आधार पर निपटाए जा रहे हैं भू-राजस्व संबंधी मामले - धारा-67 के तहत मामलों के निस्तारण में प्रदेश में महोबा दूसरे तो मुरादाबाद तीसरे पायदान पर
- धारा-116 के वादों के निपटारे में श्रावस्ती ने हासिल किया शीर्ष स्थान, मैनपुरी दूसरे स्थान पर
लखनऊ, विशेष संवाददाता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हर माह भू राजस्व संबंधी मामलों के निस्तारण की जिले की रैंकिंग जारी की जाती है। इसके तहत दिसंबर की रिपोर्ट में भू-राजस्व वादों के निस्तारण में पूरे प्रदेश में श्रावस्ती ने पहला स्थान प्राप्त किया है। श्रावस्ती को यह स्थान धारा-67 एवं धारा- 116 के कुल वादों के सापेक्ष लंबित विचाराधीन वादों के निस्तारण में मिला है।
धारा-116 के लंबित मामलों के निपटारे में श्रावस्ती अव्वल
श्रावस्ती जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप भू-राजस्व संबंधी वादों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने का अभियान चलाया जा रहा है। श्रावस्ती ने दिसंबर में धारा-116 के तहत कुल योजित मामलों के सापेक्ष लंबित विचाराधीन वादों का निस्तारण कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है जबकि मैनपुरी ने दूसरा, हापुड़ ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इसी तरह 5 वर्ष से अधिक अवधि के लंबित मामलों के निस्तारण में श्रावस्ती के साथ मैनपुरी, हापुड़ आदि ने बाजी मारी है।
डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि धारा-67 के तहत कुल योजित वादों के सापेक्ष लंबित विचाराधीन वादों का निस्तारण कर श्रावस्ती ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है जबकि महोबा ने दूसरा और मुरादाबाद ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। वहीं 5 वर्ष से अधिक अवधि के लंबित मामलों के निस्तारण में श्रावस्ती के साथ हापुड़ और हाथरस का शानदार प्रदर्शन रहा है।
भू राजस्व के मामलों के निस्तारण से जनता को मिल रहा सीधा लाभ
श्रावस्ती ने भू-राजस्व की विभिन्न धाराओं के तहत लंबित मामलों के निस्तारण में टॉप 10 में अपनी जगह बनायी है। इनमें धारा-34 के तहत कुल योजित वादों के सापेक्ष लंबित विचाराधीन वादों के निस्तारण में श्रावस्ती ने प्रदेश में नौवां स्थान प्राप्त किया है जबकि पहले स्थान पर शामली, दूसरे पर महोबा और तीसरे पर हमीरपुर है। इसी तरह 5 वर्ष से अधिक अवधि से लंबित वादों के निस्तारण में भी श्रावस्ती टॉप टेन में शामिल है।
उधर, कुल न्यायालयों के सापेक्ष में लंबित वादों का प्रति न्यायालय औसत में श्रावस्ती सातवें पायदान पर रहा है जबकि पहले स्थान पर गाजीपुर, दूसरे स्थान पर प्रतापगढ़ और तीसरे स्थान पर बलिया हैं।
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