विधानसभा में हंगामा, अतुल प्रधान को मार्शल ने सदन से बाहर किया
Lucknow News - उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक पर अमर्यादित नारेबाजी से माहौल हुआ गर्म विधानसभा में
-उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक पर अमर्यादित नारेबाजी से माहौल हुआ गर्म
-विधानसभा में हंगामा, अतुल प्रधान पूरे सत्र के लिए निलंबित
-सदन में न महाकुम्भ पर चर्चा हो पाई और न ही अनुपूरक बजट पर।
लखनऊ, विशेष संवाददाता
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक व समाजवादी पार्टी सदस्यों के बीच हुई तीखी बहस भारी हंगामे में बदल गई। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के खिलाफ सपा विधायक अतुल प्रधान व अन्य सदस्य जब अमर्यादित नारेबाजी करने लगे तो सत्ता पक्ष बेहद नाराज हो उठा। इससे क्षुब्ध विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने अतुल प्रधान को पहले बहस से बाज आने की चेतावनी दी, लेकिन जब वह शांत नहीं हुए तो अध्यक्ष ने उन्हें उसी वक्त सदन से बाहर निकालने का आदेश मार्शल को दे दिया। अतुल प्रधान जब वेल से नहीं हटे तो वहां मौजूद विधानभवन रक्षकों ने अतुल प्रधान को उठाकर बाहर कर दिया। इस घटनाक्रम के कारण विधानसभा गुरुवार तक स्थगित करनी पड़ी और सदन में न महाकुम्भ पर चर्चा हो पाई और न ही अनुपूरक बजट पर।
सपा ने बदली रणनीति तो हुआ हंगामा
सदन में नियम 56 के तहत सपा की डा. रागिनी सोनकर व अतुल प्रधान ने झांसी के अस्पताल में आग लगने की घटना का मामले उठाते हुए स्वास्थ्य सेवाओं पर तीखे सवाल उठाए। इस बीच अतुल प्रधान की ओर कुछ अप्रिय बातें सामने बैठे उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के लिए कही गईं। पहले तो बहस ही होती रही। इसी बीच संसदीय राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह की ओर भी आई टिप्पणी विपक्ष को नागवार गुजरी। इस बीच नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय व बृजेश पाठक के बीच भी नोकझोंक हुई।
इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने असंसदीय नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट किया। सदन शांत हुआ तो उपमुख्यमंत्री अपना जवाब देने लगे। अचानक सपा विधायकों ने रणनीति बदली और सदन के अंदर आकर वेल में पहुंच गए और वहीं नारेबाजी से स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक को निशाने पर लिया। कुछ देर तक यही चला पर जब संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने इस पर कड़ा प्रतिवाद करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि इस तरह की भाषा असंसदीय है। बर्दाश्त नहीं होगी।
इस पर सतीश महाना ने अपने आसन से खड़े होकर नाराजगी भरे स्वर में कहा कि अतुल प्रधान अपनी सीट पर चलिए। आप मेरे से बहस मत कीजिए। आप सबसे ज्यादा न्यूसेंस करते हो। जब अतुल प्रधान हंगामा करने से बाज नहीं आए तो सतीश महाना ने कहा कि इनको उठाकर सदन से बाहर निकाल दीजिए। आप सदन में ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं कर सकते हैं। यही नहीं अध्यक्ष ने यहां तक कह दिया कि वह इस मामले में प्रधान की सदस्यता भी खत्म कर सकते हैं। साथ ही उन्हें पूरे सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया।
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