सरकारी अस्पतालों में बढ़ाई गईं 106 प्रकार की दवाएं
Lucknow News - उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर अब 393 प्रकार की दवाएं मिलेंगी। शासन ने ईडीएल में 106 नई दवाओं को शामिल किया है, जबकि 32 गैरजरूरी दवाएं हटाई गई हैं। इससे मरीजों को...
-अभी इसेंसियल ड्रग लिस्ट (ईडीएल) में 287 प्रकार की दवाएं थी -शासन ने ईडीएल में वृद्धि कर 393 प्रकार की दवाएं देने का आदेश दिया
-पुरानी सूची से 32 प्रकार की गैर जरूरी दवाओं को बाहर कर दिया गया
लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता।
सरकारी अस्पतालों में मरीजों को और अधिक प्रकार की दवाएं डॉक्टर की सलाह पर मिल सकेंगी। इसके लिए शासन ने दवाओं की संख्या में बढ़ोतरी की है। करीब 106 प्रकार की नई दवाओं को इसेंसियल ड्रग लिस्ट (ईडीएल) शामिल किया है। इससे मरीजों को इलाज हासिल करने में काफी आसानी होगी।यूपी के सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन लाखों मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। यहां मरीजों को डॉक्टर की सलाह के साथ मुफ्त दवाएं भी मुहैया कराई जाती हैं। अभी तक सरकारी अस्पतालों में 287 प्रकार की ईडीएल थी। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कारपोरेशन के एमडी जगदीश त्रिपाठी ने बताया कि मरीजों की सहूलियतों के लिए शासन ने अहम कदम उठाया है। करीब 106 प्रकार की दवाओं में इजाफा किया गया है। इसके बाद 393 प्रकार की दवाएं ईडीएल सूची में हो गई हैं।
उन्होंने बताया कि पुरानी सूची से 32 प्रकार के गैरजरूरी दवाओं को ईडीएल से बाहर किया गया है। इनके स्थान पर आधुनिक दवाओं को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ मरीजों को कई कम्पाउंड की दवा देने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में मरीजों को अलग-अलग प्रकार की दवा देने की जरूरत पड़ रही थी। आधुनिक दवाओं के आने से मरीजों को एक गोली देकर कई प्रकार की बीमारियों से मुकाबले के लिए तैयार किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि दवाओं की खरीद-फरोख्त की प्रक्रिया चल गई है। उन्होंने बताया कि जांच पड़ताल के कंपनी वेयरहाउस दवाएं भेजती हैं। यहां कारपोरेशन अपने स्तर से दवाओं की गुणवत्ता की जांच कराती है।
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