आग के मुहाने पर दो अस्पताल, जांच में नहीं मिले आग से बचाव के उपाय
Lucknow News - झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 12 बच्चों की मौत के बाद, लखनऊ के अस्पतालों में अग्निशामक उपायों की कमी पाई गई है। मेडो और अरुणोदय अस्पताल को नोटिस जारी किया गया है, लेकिन इन अस्पतालों ने अग्नि...
झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुई 12 बच्चों की मौत के बावजूद राजधानी के अस्पताल नहीं चेते हैं। प्रशासन की ओर से कराई गई जांच में दो अस्पतालों में अग्निशमन के कोई उपाय नहीं मिले हैं। आग लगने की दशा में यहां भीषण हादसा हो सकता है। भारी लापरवाही मिलने पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने मेडो हॉस्पिटल तथा अरुणोदय अस्पताल को नोटिस जारी कर दी है। अभी 18 नवंबर को ही झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगी थी। जिसमें 12 बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रदेश भर में तमाम अस्पतालों की जांच पड़ताल शुरू हुई थी। आग से बचाव के उपायों की जांच कराई गई थी। लखनऊ के भी कई अस्पतालों में जांच की गई। आग से बचाव के उपाय देखे गए। प्रशासन की ओर से लखनऊ के अस्पतालों की अग्नि शमन विभाग की तरफ से जांच कराई गई। एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड के सेक्टर बी में बना अरुणोदय हॉस्पिटल भी आग के मुहाने पर मिला है। अस्पताल भवन में मानक के अनुसार अग्नि सुरक्षा व्यवस्थाओं का इंतजाम नहीं है। बिल्डिंग भी मानक के अनुसार नहीं मिली। फिर भी इसे अग्नि सुरक्षा के उपकरणों को स्थापित और क्रियाशील करने के संबंध में नोटिस दी गई। इसके बावजूद अभी तक कोई सुधार नहीं किया है। यही नहीं अस्पताल प्रशासन ने अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन तक नहीं किया। इससे साफ है कि अस्पताल भवन में अग्नि, जन सामान्य की सुरक्षा के संबंध में कोई रुचि नहीं ली जा रही है। अग्निशमन विभाग ने लिखा है कि अस्पताल भवन में ठहरने वाले लोगों, आगंतुकों स्टाफ का जीवन संकट में बना है। भवन में घटित अग्नि दुर्घटनाओं की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। मेडो हॉस्पिटल एफएम टावर काकोरी मोड़ मोहन रोड में भी भारी लापरवाही मिली है। न तो मानक के अनुसार अस्पताल की बिल्डिंग बनी है और न ही इसमें अग्नि सुरक्षा का कोई इंतजाम है। इस अस्पताल में भी अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र लेने के लिए कोई आवेदन नहीं किया है। यह अस्पताल भी रुकने वाले मरीजों, आगंतुकों तथा स्टाफ के लिए खतरनाक बना हुआ है
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मुख्य अग्नि शमन अधिकारी ने दी नोटिस
मुख्य अग्नि शमन अधिकारी मंगेश कुमार ने इस संबंध में अस्पतालों को 13 जनवरी 2025 को नोटिस जारी की है। उन्होंने लिखा कि एक्ट के अधीन कारण बताओं नोटिस जारी की जा रही है। 15 दिनों के अंदर जवाब न उपलब्ध कराने पर अस्पताल भवन के विरुद्ध नियमानुसार अग्रिम आवश्यक कार्यवाही प्रचलित कर दी जाएगी। नोटिस मेडो तथा अरुणोदय दोनों अस्पतालों को दी गई है।
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