दो दिन से बाघ का सुराग नहीं, बंशीगढ़ी की ओर कूच करने की आशंका
Lucknow News - रहमान खेड़ा के जंगलों में पिछले दो दिन से बाघ के ताजे पगचिह्न नहीं मिले हैं। वन विभाग की टीम बंशीगढ़ी की ओर बाघ की खोज में जुटी है। कनार गांव में हिंसक जानवर के पगचिह्न मिलने से ग्रामीणों में दहशत है।...
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रहमान खेड़ा के जंगलों में बीते दो दिनों से बाघ के ताजे पगचिह्न नहीं पाए गए हैं। ट्रैप कैमरे और ड्रोन की जद से भी बाहर है। काबिंग कर रहे वन विभाग के अफसरों ने बंशीगढ़ी की ओर जाने की आशंका जताई है। रेस्क्यू टीम ने बंशी गढ़ी जाने वाले रास्ते पर सर्च आपरेशन चलाया। उधर, कनार गांव में हिंसक जीव के पगचिह्न पाए जाने से ग्रामीणों में दहशत है। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि हाईना, सियार जैसे जीव के पगचिह्न हो सकते हैं। बाघ आए तीन माह गुजरने वाले है। 12 गांव की 50 हजार आबादी दिन-रात दहशत में है। इस बीच बाघ जंगलों में चहलकदमी करते देखा गया। बावजूद विशेषज्ञों की टीम बाघ का रेस्क्यू करने में नाकाम रहा। बाघ बीते 22 फरवरी को रहमान खेड़ा में पड़वे का शिकार किया था। बाघ ने शिकार किये गए पड़वे को दो दिन तक खाया था। पेट भरने के बाद बाघ रहमान खेड़ा में घूमता रहा। बाघ को घेरने के लिये वन विभाग के अधिक हलचल की वजह से बाघ रहमान खेड़ा से बाहर निकल गया। जिसकी वजह से बाघ की लोकेशन बीते दो दिन से रहमान खेड़ा में नही पाई जा रही है।
वन विभाग टीम थर्मल ड्रोन के अलावा डायना और सुलोचना से रहमान खेड़ा में बाघ की तलाश कर रहा है। शुक्रवार को भी बाघ के पगचिह्न रहमान खेड़ा में नही मिले। बाघ की मौजूदगी पता करने के लिए वन विभाग की एक टीम बंशी गढ़ी में भी बाघ की तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक बाघ की गतिविधि बंशी गढ़ी में भी नही पाई गई है। वन विभाग के अनुसार बाघ बंशी गढ़ी जाने वाले मार्ग पर ही है, अभी बाघ बंशी गढ़ी तक नही पहुंचा। वन विभाग टीम इस रूट पर आसपास गांव मे भी जानकारी कर रहा
कनार गांव में हिसंक जानवर के पगचिह्न मिलने से हड़कंप
शुक्रवार सुबह कनार गांव में चंदर की आम की बाग में हिंसक जानवर के पगचिह्न मिले है। चंदर अपनी पत्नी के साथ आम की बाग में काम कर रहा था। तभी हिंसक जानवर को देखा जो पैरों से मिट्टी खुरच रहा था। जानवर को देखकर पति पत्नी आम की बाघ से भागकर बेहता नाला पार कर दूसरी तरफ चले गए। चंदर ने ग्रामीणों को सूचना दी, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पगचिह्न का निरीक्षण किया। वन विभाग टीम ने बताया कि ये पगचिह्न डॉग फैमली के है। लकड़बग्घे या सियार के पगचिह्न हो सकते है।
इन स्कूलों के आसपास गस्त बढ़ाने के निर्देश दिए
जिलाधिकारी विशाख जी ने परीक्षा केन्द्रों पर गश्त बढ़ने के लिए पुलिस आयुक्त और वन विभाग के अधिकारियों को दिए है। इनमें भगवानदेई शिवराम इंटर कालेज हाफिजखेड़ा मजरा कसमंडीकला, मलिहाबाद। आर्यन एकेडमी इंटर कालेज काकोरी, राजीव गांधी मेमोरियल इंटर कालेज कसमंडीकला मलिहाबाद, विद्यास्थली कनार इंटर कालेज और बाबू त्रिलोकी सिंह इंटर कालेज काकोरी में केंद्र व्यवस्थापकों की ओर से परीक्षार्थियों की सुरक्षा के लिए पुलिस लगातार गस्त करने के निर्देश दिए है।
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