बाघ पकड़ने के लिए बाराबंकी डीएफओ ने संभाली कमान, रहमान खेड़ा के सभी स्कूल बंद
Lucknow News - रहमान खेड़ा में बाघ के आने के बाद 45 दिन बीत गए हैं। वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए डीएफओ आकाश दीप बधावन को जिम्मेदारी दी है। इस बीच, बाघ के डर से 11 गांवों के स्कूल बंद कर दिए गए हैं और ऑनलाइन...
रहमान खेड़ा में बाघ आए 45 दिन गुजर गए। इस दौरान वन विभाग और विशेषज्ञों की फौज खाली हाथ रही। अब बाघ को पकड़ने के लिए बाराबंकी के डीएफओ को कमान सौंपी गई है। बाघ को पकड़ने के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव अनुराधा बेमुरी ने 2016 बैच के आईएफएस आकाश दीप बधावन को बाघ रेस्कयू ऑपरेशन का प्रभारी बनाया है। इस दौरान बाघ पकड़े जाने तक रहमान खेड़ा के करीब 15 गांवों के छात्र-छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया था, इस वजह से डीएफओ के पत्र को संज्ञान में लेते हुए बाघ पकड़े जाने तक डीएम सूर्य पाल गंगवार ने जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को रहमान खेड़ा के अंतर्गत सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। बदले में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए हैं। डीएफओ अवध डॉ सितांशु पाण्डेय ने बताया कि वर्तमान में बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप कतर्नियाघाट में अब तक 15 से ज्यादा हिंसक वन्यजीवों का सफल रेस्क्यू कर चुके हैं और इस समय बाराबंकी के डीएफओ हैं। बहराइच में आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने में भी अहम भूमिका निभाई थी।
जोन एक में टहल रहा बाघ, उलरापुर गांव में मिल पगचिह्न
संस्थान के जंगल में जोन एक में बाघ की हलचल से ग्रामीणों से लेकर वन कर्मियों में हड़कंप है। जोन तीन के उलरापुर गांव में गुरुवार सुबह बाघ के पगचिह्न पाये गए, जिसके बाद वन कर्मियों ने कॉम्बिंग की, लेकिन बाघ नजर नहीं आया। अब वन विभाग गड्ढा खोद कर बाघ को उसमें गिरा कर ट्रैंकुलाइज करने की रणनीति अपना रहा है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह ने बताया कि जोन एक में बाघ का सबसे ज्यादा मूवमेंट पाया जा रहा है। जिसके बाद जोन एक में बेल वाले ब्लॉक में मचान के पास जेसीबी से गड्ढा खोदा गया है। गड्ढे को झाड़ियों और पत्तों से ढककर वन विभाग की टीम लाइव सीसीटीवी कैमरे लगा कर निगरानी कर रहा है।
जंगल के 600 मीटर के दायरे में लगा जाल
डीएफओ डॉ सितांशु पाण्डेय ने बताया कि मीठे नगर जंगल में पड़वे के शिकार वाली जगह को छह सौ मीटर के दायरे में जाल लगाकर निगरानी की जा रही थी। बुधवार की रात में बाघ शिकार को दूर से देखकर जाल वाले इलाके के बाहर से निकल गया। बाराबंकी डीएफओ आकाशदीप बधावन और बहराइच के कतर्नियाघाट से डॉ दीपक ने संस्थान पहुंचकर बाघ रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया।
बाघ प्रभावित 11 गांव के 20 से अधिक स्कूल बंद रहेंगे
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बाघ प्रभावित 11 ग्राम पंचायतों के सरकारी और निजी विद्यालयों को बंद कर ऑनलाइन पढ़ाई कराने के निर्देश दिए हैं। बचे हुए दो ग्राम पंचायतों के लिए जिलाधिकारी से निवेदन किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी मलिहाबाद पद्मशेखर मौर्या ने बताया कि बाघ प्रभावित रहमान खेड़ा, मीठेनगर, उलरापुर, सहिलामऊ, मोहम्मद नगर, रहमत नगर, नई बस्ती धनेवा, कनार, दुगौली, कटौली, खालिसपुर, बहेलिया,कीठाईपारा, फतेहनगर,अमेठिया सलेमपुर के सरकारी विद्यालय बन्द कर दिए हैं। इन स्कूलों के 15 सौ से अधिक बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करायी जाएगी। मंडौली और अल्लुपुर ग्राम पंचायत के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।
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