जाल और पिंजरा के सामने ही बाघ ने किया 23वां शिकार
Lucknow News - रहमानखेड़ा जंगल में 85 दिन से घूम रहे बाघ ने वन विभाग और रेस्क्यू टीम को फिर चुनौती दी है। बाघ ने जाल के पास 23वां शिकार किया और उसके बाद लापता हो गया। विशेषज्ञों की टीम और तकनीकों के बावजूद बाघ को...
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रहमानखेड़ा जंगल में 85 दिन से घूम रहे बाघ ने वन विभाग और रेस्क्यू टीम को फिर चुनौती दी। जाल और पिंजरा के पास ही बाघ 23वां शिकार किया। जाल के पास बंधे पड़वे को 50 मीटर तक बाघ खींच ले गया। झाड़ियों में शिकार का कुछ हिस्सा खाया, बाकी छोड़कर जोन तीन के जंगल में लापता हो गया। इस दौरान कॉम्बिंग टीम को जोन एक और जोन तीन के उलरापुर जंगल में बाघ के ताजे पगचिह्न पाये गए। बाघ के जोन दो में मीठे नगर जंगल मे जाने की संभावना जताई जा रही है। इसी रास्ते में डायना और सुलोचना सहित वन कर्मी और विशेषज्ञों की टीम कॉम्बिंग कर रही है। इसके बावजूद तमाम तकनीकों के बाद भी बाघ पकड़ से दूर है। पिछले एक हफ्ते से बाघ की गतिविधियां संस्थान और उलरापुर के जंगलों में पाई जा रही थी। इसलिए उलरापुर से संस्थान आने जाने वाले मार्ग पर जाल और पिंजरा लगाकर खुले में पड़वे को शिकार के लिए बांधा गया था।
तीन डाक्टरों की टीम नहीं कर सकी रेस्क्यू
जहां पर बाघ ने पड़वे का शिकार किया, वहां से 400 मीटर की दूरी पर तीन टीमें तैनात रही। इसके बावजूद विशेषज्ञों की टीम बाघ को रेस्क्यू नहीं कर सकी। डीएफओ डॉ. सीतांशु पाण्डेय ने बताया कि मृत पड़वे के पास सीसीटीवी और ट्रैप कैमरा लगाकर निगरानी की जा रही है। चार सौ मीटर दूरी पर तीन डॉक्टरों की टीम को तैनात किया गया है। थर्मल ड्रोन कैमरे से क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। दो डॉक्टर की टीम मचान से पड़वे के मृत शरीर की निगरानी कर रही है।
अब मीठेनगर में पड़वे बांघकर सीसीटीवी से निगरानी
संस्थान में शिकार के बाद बाघ के जोन दो के मीठे नगर जंगल में जाने की संभावना जताई गई है। इसी के मद्देनजर जोन दो के मीठे नगर जंगल में बंधे पड़वे के पास सीसीटीवी कैमरा लगाकर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। ताकि बाघ के आने पर आसानी से रेस्क्यू किया जा सके।
पीएसी की सुरक्षा में विद्यार्थी देंगे बोर्ड परीक्षा
लखनऊ। बाघ प्रभावित क्षेत्रों के यूपी बोर्ड के आधा दर्जन परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की सुरक्षा के लिए पीएसी तैनात की गई है। कई गांवों के बच्चे इसी जंगल से होकर जाते हैं इस बीच बाघ की दहशत को देखते हुए वन विभाग भी बाघ प्रभावित गांवों से लेकर स्थित परीक्षा केंद्र तक गस्त करेगी। बाघ प्रभावित परीक्षा केंद्रों में बाबू त्रिलोकी सिंह इंटर कॉलेज, आर्यन एकडेमी, मलिहाबाद के कनार में विद्यास्थली, कसमंडी भगवान देई इंटर कॉलेज और राजीव गांधी इंटर कॉलेज शामिल हैं। बाघ प्रभावित इन परीक्षा केंद्रों तक वन कर्मी और पीएसी की तैनाती की गई है।
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