धर्म का सत्य पाने के लिए हमेशा तत्पर रहे ब्रह्मानन्द
Lucknow News - लखनऊ, संवाददाता। निराला नगर स्थित रामकृष्ण मठ में शुक्रवार को स्वामी ब्रह्मानन्द की
लखनऊ, संवाददाता। निराला नगर स्थित रामकृष्ण मठ में शुक्रवार को स्वामी ब्रह्मानन्द की जयंती पर उनके जीवनी पर चर्चा हुई। इस मौके पर स्वामी सारदानन्द रचित सपार्षद-श्री रामकृष्ण स्तोत्रम का पाठ मठ के स्वामी पारगानन्द ने किया।
मठ लखनऊ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द ने स्वामी ब्रह्मानन्द के बारे में बताते हुए कहा कि वे धर्म का सत्य पाने के लिए हर वक्त तत्पर रहे। बताया कि रामकृष्ण ने कहा था वे एक नित्य-सिद्ध, एक ईश्वर-कोटि हैं। ब्रह्मानन्द असाधारण व्यक्तियों के से संबंधित हैं।
स्वामी मुक्तिनाथानन्द ने बताया कि रामकृष्ण मठ व रामकृष्ण मिशन के पहले अध्यक्ष स्वामी ब्रह्मानन्द की पूर्व नाम राखल चंद्र घोष था। इनके पिता जमींदार व माता श्रीकृष्ण की भक्त थीं। रामकृष्ण के शरीर छोड़ने के बाद इन्होंने छह सालों से अधिक समय तक बाहर रहकर साधना अभ्यास किया। इस दौरान उन्होंने उत्तर भारत के कई पवित्र स्थानों का दौरा करते हुए तमाम तरह के विश्वासों व मतों का प्रत्यक्ष ज्ञान हासिल किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।