महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट करने वाले दो ठग गिरफ्तार
Lucknow News - एसटीएफ ने मनी लांड्रिंग में शामिल दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपित उच्च मूल्य वाले खाताधारकों के खाते किराए पर लेकर धोखाधड़ी करते थे। महिला प्रोफेसर से 78 लाख रुपये की ठगी का भी आरोप है। उनके...

मनी लांड्रिंग में शामिल होने पर गिरफ्तारी का डर दिखा कर महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट करने वाले दो आरोपितों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। शुक्रवार रात गोमतीनगर विस्तार स्थित एसआर इन होटल से पकड़े गए ठग करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दे चुके हैं। आरोपित हाई वैल्यू खाताधारकों को चिह्नित कर उनके खाते किराए पर लेते हैं। जिसमें धोखाधड़ी कर हासिल की गई रकम को जमा किया जाता है। फिर इन रुपयों को डॉलर और क्रिप्टो करेंसी में बदल कर म्यांमार और थाईलैण्ड के साइबर अपराधियों के खाते में भेजते हैं। एसटीएफ ने एक फर्म के खाते को भी ट्रैक किया है। जिसका इस्तेमाल साइबर ठगी की 41 घटनाओं में हुआ है। वारदात करने के लिए होटल में करते थे कमरा बुक
एएसपी एसटीएफ अमित नागर ने बताया कि गोमतीनगर विस्तार स्थित एसआर इन होटल से शुक्रवार रात दो युवकों को पकड़ा गया। जिनकी पहचान प्रयागराज होलागढ़ निवासी वीरेंद्र यादव उर्फ सूरज और मटियारी बटलर हाइट्स निवासी सुरजीत तिवारी के तौर पर हुई। आरोपितों के पास से पांच लाख रुपये कीमत के दो चेक, तीन मोबाइल फोन, बैंक अकाउंट किट और कार बरामद हुई। वीरेंद्र और सुरजीत के मोबाइल फोन चेक करने पर कई बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर किए जाने की जानकारी मिली।
किराए पर खाते उपलब्ध कराने पर मिलता है कमीशन
वीरेंद्र ने एसटीएफ टीम को बताया कि वह लोग हाई वैल्यू खाते भी उपलब्ध कराते हैं। जिसमें डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग फ्राड से हासिल किए गए रुपयों को जमा किया जाता है। एसआई एसटीएफ विनोद कुमार सिंह के मुताबिक खाताधारक को ठगी कर जमा हुए रुपयों में से 25 प्रतिशत कमीशन मिलता है। वहीं, खाता उपलब्ध कराने पर वीरेंद्र और सूरज को 10 से 15 प्रतिशत मिलते हैं।
एप के जरिए जुड़ते हैं गिरोह के सदस्य
एसआई विनोद कुमार सिंह ने बताया कि वीरेंद्र और सुरजीत के संबंध विदेशी साइबर ठगों से भी है। टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सदस्य एक दूसरे के सम्पर्क में रहते हैं। ठगी के रुपये को तत्काल एप के माध्यम से डॉलर में कंवर्ट कर विदेश भेज देते हैं।
नई दिल्ली की फर्म के खाते में खपाए रुपये
नई दिल्ली द्वारिका स्थित केनरा बैंक में फोर्थ ड्रीम इवेंट के नाम से अकाउंट है। जिसे वीरेंद्र और सुरजीत को ठगों के बनाए टेलीग्राम ग्रुप में जुड़े प्रमोद नाम के व्यक्ति ने उपलब्ध कराया था। एसआई विनोद के मुताबिक इस खाते के खिलाफ 41 शिकायतें दर्ज हैं। यह जानकारी साइबर क्राइम पोर्टल के जरिए पता चली।
महिला प्रोफेसर से हड़पे थे 78 लाख
इन्दिरानगर निवासी महिला प्रोफेसर ने साइबर क्राइम थाने में डिजिटल अरेस्ट का मुकदमा दर्ज कराया था। मनी लांड्रिंग में शामिल होने का आरोप मढ़ते हुए ठगों ने प्रोफेसर को करीब 22 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रख कर 78 लाख रुपये हड़पे थे। हालांकि समय रहते शिकायत किए जाने के कारण रुपये ठगों के खाते में ट्रांसफर होने से बच गए थे। इसी तरह महाराष्ट्र के एक व्यक्ति से 46 करोड़ और बरेली में साढ़े चार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को आरोपितों ने अंजाम दिया था।
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