Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़लखनऊState Executive Committee Meeting Key Decisions for Teachers Welfare in Lucknow

समय सारणी के अनुसार निस्तारित होंगी शिक्षकों की समस्यायें

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। माध्यमिक शिक्षकों की समस्याओं को तय समय सारणी के अनुसार निस्तारित किया

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊFri, 16 Aug 2024 08:53 PM
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लखनऊ, प्रमुख संवाददाता माध्यमिक शिक्षकों की समस्याओं को तय समय सारणी के अनुसार निस्तारित किया जाएगा। यह निर्णय राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान की राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिया गया है। शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के सभागार में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान की राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक में शिक्षकों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। यह कार्यकारिणी प्रदेश में सहायता प्राप्त अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों तथा बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक एवं सीनियर बेसिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के कल्याण के लिए कार्य करती है।

कार्यकारिणी समिति की बैठक में मुख्य रूप से लंबित प्रकरणों के ससमय निस्तारण के लिए राज्य कार्यकारिणी की आयोजित होने वाली बैठक 6 माह के स्थान पर प्रत्येक तीन माह के अन्तराल पर बैठक आहूत करने का निर्णय लिया गया। साथ ही गम्भीर रोगों से ग्रसित अध्यापकों अथवा उनके आश्रितों के सहायतार्थ स्वच्छ पारदर्शी तरीके से आवेदन-पत्र ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त करने तथा इसके लिए एक वेब पोर्टल विकसित कराने पर सहमति व्यक्त की गई। ऑनलाइन वेब पोर्टल तथा समय-सारणी की रूपरेखा तैयार करने के लिए भी एक त्रिसदस्यीय समिति के गठन पर भी सहमति बनी।

राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान कोष से गम्भीर रोग सहयोग राशि प्रदान करने के संबंध में सहमति बनी। इसके साथ ही मृत शिक्षकों की पुत्रियों की विवाह के लिए आर्थिक अनुदान की धनराशि 10 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये किये जाने पर भी सहमति प्रदान की गई। गम्भीर रोगों से ग्रसित शिक्षकों को राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान कोष से दी जाने वाली धनराशि 30 हजार रुपये से बढ़ाकर अधिकतम एक लाख रुपये दिये जाने पर भी सहमति दी गई।

बैठक में शिक्षक दिवस पर दो रुपये मूल्य के सांकेतिक झंण्डे निर्धारित हैं, जो काफी कम प्रतीत होने के दृष्टिगत दो रुपये मूल्य के स्थान पर कक्षा-1 से 8 तक के छात्रों से 5 रुपये की सांकेतिक सहयोग राशि तथा कक्षा-9 से 12 तक के छात्रों से 10 रुपये प्रति झण्डे की सांकेतिक सहयोग राशि निर्धारित करने पर सहमति बनी। बैठक में विशेष सचिव वित्त आरएल त्रिपाठी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव, माध्यमिक तथा बेसिक शिक्षा के प्रधानाचार्य/शिक्षकों ने भाग लिया।

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