छोटे बच्चों को मोबाइल देने के बजाए खिलौने दें
निगोहां कस्बे में सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। पहले दिन पंडित ज्ञानेश त्रिपाठी ने भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की पूजा का महत्व बताया। उन्होंने बच्चों को मोबाइल से दूर रखने और धार्मिक ग्रंथों...
निगोहां कस्बे में शुरू हुई सात दिवसीय भागवत कथा के पहले दिन शनिवार को पंडित ज्ञानेश त्रिपाठी ने कहा कि जिसके हृदय में बांके बिहारी हैं, उसके जीवन में कभी अंधेरा नहीं आ सकता। उन्होंने भागवत के महत्व को समझाते हुए कहा कि जिस घर में राधारानी की पूजा होती है। वही घर वृन्दावन होता है। पंडित त्रिपाठी ने कार्तिक मास में भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की पूजा-अर्चना के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पहले बच्चों को खेलने के लिए उनके पसंदीदा खिलौने दिए जाते थे, लेकिन अब जब बच्चे रोते हैं तो उन्हें मोबाइल फोन पकड़ा दिया जाता है। पंडित जी ने कहा कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहिए और धार्मिक ग्रंथों व किस्सों के बारे में उन्हें बताया जाना चाहिए। यह सात दिवसीय भागवत कथा 15 नवम्बर को ब्रम्ह भोज के साथ संपन्न होगी।
उधर, नगराम के समेसी बाजार में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन शनिवार को कथा वाचक आचार्य ओम प्रकाश तिवारी महाराज ने सती वियोग एवं शिव पार्वती विवाह कथा सुनायी। कथा का प्रसंग सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए l
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