पुंडरीक जी की कथा सुन भावविभोर हुए भक्त
Lucknow News - कथा सुनना भी एक सेवा है - पुंडरीक गोस्वामी लखनऊ, संवाददाता। डीएवी
कथा सुनना भी एक सेवा है - पुंडरीक गोस्वामी लखनऊ, संवाददाता।
डीएवी कॉलेज प्रांगण में रविवार से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। पहली बार लखनऊ में कथा कह रहे वृंदावन धाम से पधारे आचार्य पुंडरीक गोस्वामी जी महाराज ने पहले दिन अपनी मधुर वाणी में भागवत कथा के महत्व को सुंदर ढंग से समझाया। उन्होंने कथा के कई प्रसंगों को सुनाकर भक्तों को भावविभोर कर दिया।
श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने व्यास पीठ को शीश नवाकर महाराज जी का आर्शीवाद लिया। इसके साथ ही कथा आरंभ हुई। कथा व्यास आचार्य पुंडरीक जी ने कृष्ण-कृष्ण हरे हरे.... संकीर्तन और गोविंद जय जय गोपाल जय जय .... कीर्तन के साथ कथा की पावन यात्रा शुरू की। उन्होंने कहा कि कथा सुनने के लिए कोई व्याधि से आता है, कोई विधि से तो कोई लोकानुभूति से आता है। कथा की सीमा है कि कोई कोई समाधि में चला आता है। उन्होंने कहा कि कथा को बैठकर सुनना भी एक सेवा है। आजकल मानसिक अवसाद इसलिए भी है कोई किसी की सुन नहीं रहा। नेता जनता की नहीं सुन रहे। माता-पिता की बच्चे नहीं सुन रहे। बच्चों की माता-पिता नहीं सुन रहे। भक्त कह रहे भगवान नहीं सुन रहें। इसलिए सुनना एक सेवा है। सेवा ही सबसे बड़ी भक्ति है। यह भक्ति परम्परा का प्रतीक है। महाराज जी ने अपनी ओजस्वी वाणी से साधु-स्वभाव सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथा में छोटी छावनी अयोध्या धाम से पधारे कौशल जी महाराज, आयोजक अमरनाथ मिश्र समेत बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे। अंत में भोग का प्रसाद वितरित किया गया। सोमवार को कथा दोपहर दो बजे से पांच बजे तक होगी।
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