बिजली संविदाकर्मियों ने लेसा भवन में प्रदर्शन किया
विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ ने लखनऊ में प्रदर्शन किया। उन्होंने न्यूनतम वेतन 22 हजार रुपये और कुछ कर्मचारियों के लिए 25 हजार रुपये की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने संविदा कर्मचारियों की बहाली और काम...
विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ ने गुरुवार को कैसरबाग स्थित लेसा भवन में प्रदर्शन किया। लखनऊ जिला अध्यक्ष शिवरतन ने संविदाकर्मियों को न्यूनतम वेतन 22 हजार रुपये और लाइनमैन, एसएसओ तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर को 25 हजार रुपये देने की मांग की। कहा कि वर्ष 2023 में आंदोलन के दौरान हटाए गए संविदा कर्मचारियों को बहाल किया जाए। संविदा कर्मचारियों को श्रम कानूनों और अनुबंधों के विरुद्ध 14 से 16 घंटे काम करने के लिए मजबूर न किया। आउटसोर्स कर्मियों के लिए सेवा नियमावली बनाई जाए। रिक्त 65 हज़ार पदों पर पांच वर्ष अथवा अधिक वर्षों से कार्यरत संविदा कर्मियों को वरीयता से नियमित किया जाए। विद्युत मजदूर संगठन के प्रान्तीय अध्यक्ष विमल चन्द्र पांडेय व वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष दिनकर कपूर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार मजदूरों को आधुनिक गुलामी में धकेल रही है। काम के घंटे 12 करने का कानून बना दिया गया और मजदूरों के न्यूनतम वेतन का पिछले पांच सालों से रिवीजन नहीं किया जा रहा है। संविदा मजदूर के सम्मानजनक जीवन को जीने की संवैधानिक अधिकार को खत्म किया जा रहा है। इसके खिलाफ एक बड़ी गोलबंदी की जरूरत है। इस अवसर पर शिवरतन, माता प्रसाद पांडेय, शैलेश चौरसिया, गुड्डू मिश्रा, अरविंद वर्मा, नितिन सोनकर, गोविंद मिश्रा, विष्णु, हर्षित सहित कई कर्मचारी मौजूद थे।
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