एक साल में ही उखड़ने लगी 70 लाख से बनी इंटरलॉकिंग
सरोजनी नगर वार्ड द्वितीय में 70 लाख रुपये की लागत से बनाई गई इंटरलॉकिंग एक साल में ही उखड़ने लगी है। ठेकेदार ने 550 मीटर का कार्य कराने का वादा किया था, लेकिन केवल 400 मीटर तक ही काम किया। इसके चलते...
-जनवरी महीने में सरोजनी नगर वार्ड दो में बनाई थी -साथ में बनी नालियां भी जगह-जगह से धंसने लगी
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता।
सरोजनी नगर वार्ड द्वितीय में 70 लाख रुपये की लागत से बनाई गई इंटरलॉकिंग एक साल में ही उखड़ने लगी। इसके साथ बनी नालियां भी जगह-जगह से धंस रहीं हैं। 15वें वित्त आयोग से यह कार्य इसी साल जनवरी माह में कराया गया था।
सरोजनी नगर वार्ड द्वितीय की गलियों में इंटरलॉकिंग कराने का कार्य पिछले साल स्वीकृत हुआ था। जनवरी माह से इस दिशा में कार्य भी संबंधित ठेकेदार ने शुरू करवा दिया। लगभग 550 मीटर का कार्य किया जाना था। ठेकेदार ने लगभग 400 मीटर कार्य करने के बाद आगे कार्य नहीं किया। इंटरलॉकिंग के साथ ही साथ उससे सटी नालियों का भी निर्माण कराया गया था। इस कार्य को कराए अभी नौ महीने ही हुए हैं कि जगह-जगह से इंटरलॉकिंग उखड़ने लगी है। कुछ स्थानों पर नालियां भी धंस गई हैं। ठेकेदार की इस लापरवाही के कारण जहां लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है वहीं नालियों के धंसने से नाली का पानी भी गलियों में बह रहा है, जिससे बची-खुची इंटरलॉकिंग के भी खराब होने की आशंका बनी हुई है। इस मामले में क्षेत्रीय पार्षद राम नरेश रावत का कहना है कि इंटरलॉकिंग का कार्य इसी साल जनवरी-फरवरी में हुआ है। ठेकेदार को 550 मीटर कार्य कराना था, लेकिन 400 मीटर तक काम कराने के बाद अधूरा छोड़ दिया। खराब गुणवत्ता के कारण इंटरलॉकिंग जगह-जगह उखड़ गई है, नालियां भी धंस गई हैं। उन्होंने कहा कि इस निर्माण कार्य की जांच करवाने के लिए उन्होंने मेयर और नगर आयुक्त को पत्र सौंपा है। साथ ही उनसे इंटरलॉकिंग और नालियों को भी सही करवाने का अनुरोध किया है।
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