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पीजीआई में पंजीकरण, जांच के लिए जूझे मरीज

पीजीआई के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के धरने से रोगियों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ा। ओपीडी में पंजीकरण काउंटर पर आधे कर्मचारी गायब थे, जिससे रोगियों को टोकन और जांच रिपोर्ट के लिए घंटों इंतजार...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊTue, 17 Sep 2024 03:41 PM
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पीजीआई आउट सोर्सिंग कर्मचारियों के धरने के चलते रोगियों को हुई दिक्कतें -काउंटर से आधे कर्मचारी गायब, रोगियों की लगी कतारें

-ओपीडी में पंजीकरण, टोकन नम्बर लेने के लिये घंटों भटके रोगी

-निदेशक के आश्वासन पर कर्मचारियों ने धरना खत्म किया

लखनऊ, कार्यालय संवाददाता

पीजीआई के आउट सोर्सिंग कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन के चलते मंगलवार को दिन भर अफरा तफरी का माहौल रहा। नवीन ओपीडी के पंजीकरण काउंटर व विभागों के काउंटरों पर आधे कर्मचारियों के न होने से रोगियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पंजीकरण, टोकन नम्बर और कैश जमा करने के लिए रोगियों और तीमारदारों दोपहर दो बजे तक कतारें लग रही हैं। ट्रामा सेंटर और वार्डों में भर्ती रोगी भी परेशान हुए। सोमवार को अवकाश के चलते मंगलवार को रोगियों का दबाव भी ज्यादा थी। जिसके चलते कई विभागों में आठ बजे तक डॉक्टर रोगियों को देखते रहे। यह कर्मचारी दिन भर प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठे रहे। देर शाम संस्थान निदेशक ने कर्मचारियों से बातचीत की। 10 से 15 दिन में बढ़ा मानदेय लागू करने के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने धरना खत्म कर दिया।

पीजीआई प्रशासन ने अगस्त में गर्वनिंग बॉडी की बैठक में पेशेंट हेल्पर, डाटा इंट्री ऑपरेटर समेत 13 संवर्ग के करीब 1500 आउट सोर्सिंग कर्मचारियों के मानदेय बढ़ाने की मंजूरी दी थी। तीन सितम्बर को निदेशक ने एक आदेश पारित कर बढ़े मानदेय पर फिलहाल के रोग लगा दी। इस माह बढ़ा मानदेय न मिलने से कर्मचारी खासा नाराज थे। मंगलवार को करीब 500 कर्मचारियों ने प्रशासनिक भवन के सामने प्लाजा में पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बढ़ा मानदेय लागू करने के साथ ही नारेबाजी शुरू कर दी। दोपहर बाद यह कर्मचारी प्रशासन भवन की नीचे धरने पर बैठ गए। सीएमएस और एमएस ने वार्ता करनी चाही, लेकिन कर्मचारियों मना कर दिया। कर्मचारियों के अनिश्चित कालीन धरने की चेतावनी से बाद देर शाम संस्थान निदेशक डॉ. आरके धीमान ने आकर कर्मचारियों से वार्ता की। आश्वासन के बाद कर्मचारी मान गए और धरना स्थगित कर दिया।

यह काम हुए प्रभावित

आउट सोर्सिंग कर्मियों के प्रदर्शन के चलते सबसे ओपीडी और वार्ड में भर्ती रोगियों को परेशानी हुई। करीब 500 कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन में शामिल होने की वजह से ओपीडी में पंजीकरण काउंटर से लेकर विभाग के काउंटरों पर आधे ही कर्मचारी काम कर रहे थे। इससे रोगियों को पंजीकरण, टोकन नम्बर लेने और जांच रिपोर्ट आदि लेने में कई घंटे इंतजार करना पड़ा। मरीज काफी परेशान रहे। काउंटर के बाहर रोगियों की लम्बी कतारें लग गईं। जो काम आधे से एक घंटे में होता था। उस काम में तीन से चार घंटे रोगी और तीमारदार जूझते रहे। पंजीकरण कांउटर पर दोपहर दो बजे तक रोगियों के पंजीकरण हुए।

आउट सोर्सिंग कम्पनी ने दिया नोटिस

आउट सोर्सिंग कर्मचारी सेवा प्रदाता कंपनियों ने मंगलवार दोपहर बाद धरना प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दी। काम छोड़कर धरना प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस कर्मचारियों ने खासी नाराजगी जतायी। कर्मचारियों का आरोप है कि संस्थान प्रशासन के इशारे पर इन कम्पनियों ने नोटिस जारी की है। कर्मचारियों ने कहा कि बढ़ा मानदेय जब तक लागू नहीं हो जाता है। इस तरह की नोटिस से वो डरने वाले नहीं हैं।

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