Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़लखनऊPassengers Escape as Sleeper Bus Tire Blows Out on Purvanchal Expressway

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर स्लीपर बस का टायर धमाके से फटा, लगी भीषण आग

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर स्लीपर बस का पिछला टायर फटने से बस में आग लग गई। चालक ने सावधानी से बस को रोका और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। आग लगने से कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यात्री घबरा गए और...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊThu, 14 Nov 2024 08:37 PM
share Share

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भर रही स्लीपर बस का पिछला घिसा टायर गोसाईंगंज इलाके के शहजादेपुर में धमाके के साथ फट गया और उसमें भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। बस में मौजूद यात्रियों में चीखपुकार मच गई। चालक ने सावधानी से गाड़ी काबू में कर किनारे की और कूद गया। इसके बाद सवारियों को आगाह किया। बस में सवार 42 यात्रियों का जान बाल-बाल बची। स्लीपर बस दिल्ली से आजमगढ़ जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गुरुवार सुबह टायर फटने के बाद चालक राजेश वर्मा ने किसी तरह बस संभाली। थोड़ी सी चूक होती तो बस पलट सकती थी। पूर्वांचह एक्सप्रेस वे से नीचे आ जाती तो बड़ा हादसा हो जाता। बस रुकने के बाद सवार यात्री सामान लेकर भागने लगे। आनन-फानन में जो जैसे बैठा था, वैसे ही बस से बाहर आया। कोई खिड़की से कूदने की कोशिश कर रहा था तो किसी के जूते-सैंडल बस में छूट गए। किसी का बैग वहीं रह गया।

चटकने लगे शीशे, सहम गए यात्री

बस रोकने के बाद चालक ने पुलिस कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी। इसके बाद पीजीआई फायर स्टेशन से एफएसओ मामचंद बड़गूजर तीन दमकल के साथ मौके पर पहुंचे। तब तक लपटें और बढ़ चुकी थीं। शीशे चटक रहे थे। यात्री सड़क पर डरे-सहमे खड़े थे। दमकल कर्मियों ने तीनों गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया। एफएसओ के मुताबिक आग से कोई हताहत नहीं हुआ है। आधे घंटे में आग बुझा ली गई। दमकल पहुंचने से पहले सभी लोग बस से नीचे उतर आए थे। सामान भी अधिकतर लोगों ने उतार लिया था। इंस्पेक्टर गोसाईंगंज ब्रजेश कुमार त्रिपाठी के मुताबिक टायर घिसा हुआ था। सड़क पर रगड़ने से गर्मी के कारण वह फट गया और फिर आग लग गई थी। हालांकि चालक ने सूझबूझ से गाड़ी किनारे कर ली थी, जिससे यात्री सुरक्षित उतर गए थे। नहीं तो बस पलट भी सकती थी। हादसा बड़ा हो जाता।

ये हैं टायर की सुरक्षा के मानक

-रोड सेफ्टी एक्सपर्ट सैय्यद एहतेशाम ने बताया कि टायर में हवा का दबाव मानक के अनुरूप ही रखें। ज्यादा होने पर टायर फट सकते हैं और कम होने पर टायर कट जाएंगे। मानक के अनुरूप बस में 120 पीएसआई हवा होनी चाहिए। कार और बाइक में हवा 35 पीएसआई होती है।

- टायर के ट्रेड पर लगे इंडीकेटर तक वह घिसे, इससे पहले बदल देना चाहिए। लाइट मोटर व्हीकल में आप पांच हजार किमी के बाद टायर रोटेशन करा दें। आगे वाले पीछे और पीछे वाले आगे करा दें।

- अगले टायर पर ज्यादा जोर रहता है। वह जल्दी घिसता है। इसलिए आपस में बदलाव जरूरी है। टायर जब भी बदलवाएं तो सभी एक साथ बदलवाएं। अगर एक दो बदलवाएंगे तो गाड़ी की बैलेंसिंग में दिक्कत आएगी।

- गंजे और समय सीमा पूरे कर चुके टायर सड़क पर फिसलते अधिक हैं। फट भी जाते हैं और ब्रेक भी कम लगती है। इसके कारण हादसे होते हैं।

पहले भी हुए हादसे

04 अक्टूबर 2024: गोसाईंगंज जलसा रिसॉर्ट के पास स्लीपर बस पलटने से एक की मौत, 12 घायल

05 सितंबर 2024: मोहनलालगंज के कनकहा में डबल डेकर बस सड़क किनारे खड़ी कार पर पलटी, बच्ची घायल

10 अगस्त 2024: औरंगाबाद खालसा के पास डबल डेकर बस से टकराया ट्रक, 45 यात्री फंसे

09 अगस्त 2024 : को घिसे हुए टायर के कारण शहीदपथ पर फिनिक्स प्लासियो के पास स्कूली वैन अनियंत्रित होकर पलटी। छह बच्चे घायल।

14 फरवरी 2024: काकोरी के मौंदा में जयपुर जा रही डबल डेकर बस पलटी, 20 घायल

13 अगस्त 2022: दिल्ली से बिहार जा रही डबल डेकर बस सरिया लदे ट्रक से भिड़ी, एक की मौत

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें