टर्म पेपर लिखते समय स्रोतों का संदर्भ जरूर बताएं: डॉ. आकांक्षा
नवयुग कन्या महाविद्यालय में टर्म पेपर, इंटर्नशिप और माइनर प्रोजेक्ट पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें विशेषज्ञों ने विषय चयन, त्रुटियों से बचने और स्रोतों का संदर्भ देने पर चर्चा की।...
- नवयुग में टर्म पेपर, इंटर्नशिप, माइनर प्रोजेक्ट विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला लखनऊ, संवाददाता।
नवयुग कन्या महाविद्यालय में शिक्षा शास्त्र विभाग की ओर से टर्म पेपर कैसे लिखें, इंटर्नशिप या माइनर प्रोजेक्ट विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला हुई। विशिष्ट वक्ता एलयू शिक्षा शास्त्र की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आकांक्षा सिंह ने टर्म पेपर पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले विषय का चयन सावधानी पूर्वक करना चाहिए। परिचय और उस क्षेत्र का विशेष अध्ययन करें। पाठ्य विभाजन कर अलग-अलग स्रोतों का सहारा लें। त्रुटियों से बचें। सभी पढ़े गए स्रोतों का संदर्भ अवश्य दें। नारी शिक्षा निकेतन के समाजशास्त्र विभाग की प्रो. सुनीता कुमार ने कहा कि इंटर्नशिप करके विशिष्ट ज्ञान और नेटवर्क विकसित कर सकते हैं। एपी सेन कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग की सहायक आचार्य डॉ. मोनिका अवस्थी ने बताया कि लघु शोध प्रबंध किसी प्रोजेक्ट का लिखित और व्यवस्थित विवरण होता है। इसमें शोध की कहानी बताई जाती है। प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय और शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष ऐश्वर्या सिंह, प्रो. संगीता शुक्ला, प्रो. ऋचा शुक्ला, प्रो. सीमा सरकार समेत छात्र-छात्राएं और यूपी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से सम्बद्ध छात्राओं ने भी प्रतिभागिता की।
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