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अब चुनिंदा डाक्टर दे सकेंगे डीएल नवीनीकरण का मेडिकल सर्टिफिकेट

Lucknow News - आरटीओ कार्यालय में लाइसेंस नवीनीकरण के लिए अब केवल सीएमओ द्वारा नामित सरकारी डॉक्टरों का मेडिकल सर्टिफिकेट मान्य होगा। यह निर्णय डीएम सूर्यपाल गंगवार के आदेश पर लिया गया है। निर्धारित डॉक्टरों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊTue, 10 Dec 2024 08:07 PM
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आरटीओ कार्यालय में अब लाइसेंस नवीनीकरण के लिए सीएमओ की ओर से नामित चुनिंदा सरकारी डॉक्टरों की ही मेडिकल सर्टिफिकेट मान्य होगी। अभी तक आरटीओ कार्यालय में दलाल किसी भी निजी या परिचित डॉक्टर की ओर से बनाई हुई मेडिकल टेस्ट रिपोर्ट लगा देते रहे हैं। डीएम सूर्यपाल गंगवार के आदेश के बाद अब सीएमओ कार्यालय की ओर से 12 डॉक्टरों के नाम चयनित करके जल्द ही आरटीओ (प्रशासन) को दे दिए जाएंगे, ताकि डाक्टरों का आईडी, पासवर्ड जनरेट कर परिवहन विभाग की वेबसाइट पर लिंक कराया जा सके। इसके बाद लाइसेंस नवीनीकरण हो जाएगा। पिछले दिनों डीएम ने आरटीओ अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें तय हुआ था कि डीएल रिन्यूअल में लगने वाला मेडिकल सर्टिफिकेट अब मैनुअली मान्य नहीं होगा।

डीएल रिन्यूअल के दौरान उम्र के अनुसार डॉक्टर की ओर से जारी मेडिकल सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। इसका आशय होता है कि रिन्यूअल के समय आवेदक को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत तो नहीं है। अभी तक की व्यवस्था के अनुसार यह सटिफिकेट मैनुअल जमा होता था। अब चूंकि आरटीओ की सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है। ऐसे में इस व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है। अब डॉक्टर की ओर से जारी मेडिकल सर्टिफिकेट को भी ऑनलाइन ही जमा करना होगा। इसमें किसी प्रकार की धांधली ना हो। इसको देखते हुए सीएमओ की ओर से डॉक्टरों का पैनल निर्धारित किया जाएगा। इन निर्धारित डॉक्टरों को सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) की ओर से एक लॉग इन आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा। ये निर्धारित डॉक्टर ही आवेदक के स्वास्थ्य की जांच करेंगे और उसकी रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। उसके बाद ही लाइसेंस जारी हो पाएगा।

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स्वास्थ्य विभाग के लगाने होंगे चक्कर

इस नई व्यवस्था से अब लाइसेंस नवीनीकरण कराने वाले लोगों को स्वास्थ्य विभाग के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं। यूं भी कहा जा सकता है कि आरटीओ के दलाल स्वास्थ्य विभाग में भी सेंधमारी की कोशिश कर सकते हैं। दलालों को सीएमओ की ओर से चिन्हित डॉक्टरों के आसपास भी घूमते पाया जा सकता है।

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12 डॉक्टरों का होगा पैनल

इस नई व्यवस्था के तहत करीब 12 डॉक्टरों का पैनल होगा। हालांकि इस संख्या कम भी हो सकती है। सीएमओ की ओर से जब इन डॉक्टरों निर्धारण हो जाएगा तो ऑनलाइन व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। साथ ही आवेदकों की जानकारी के लिए डॉक्टर किस अस्पताल में कहां बैठते हैं, इसकी भी डिटेल जारी की जाएगी। जिससे कि आवेदकों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

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जल्द लागू होगी व्यवस्था

ऑनलाइन व्यवस्थाओं को फूलप्रूफ करने की दिशा में यह कदम अहम है। डॉक्टरों को सारथी पोर्टल की एक लॉग इन आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा। डॉक्टरों की लिस्ट जारी होने के बाद इसको अनिवार्य कर दिया जाएगा।

प्रदीप कुमार सिंह, एआरटीओ प्रशासन, लखनऊ।

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