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बस हादसे में तीन से ज्यादा मौत होने पर त्रिस्तरीय जांच होगी

लखनऊ में सड़क सुरक्षा पर हुई समीक्षा बैठक में एसीएस परिवहन एल. वेंकटेश्वर लू ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए त्रिस्तरीय जांच समिति बनाने और 600 बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाने के निर्देश दिए।...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊThu, 19 Sep 2024 04:19 PM
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जांच के लिये बनेगी कमेटी, सड़क सुरक्षा समिति की नियमित बैठक न होने पर स्पष्टीकरण मांगा 600 से अधिक बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगेगी

एसीएस परिवहन ने समीक्षा बैठक में दिए ऐसे कई निर्देश

लखनऊ। प्रमुख संवाददाता

बस दुर्घटना में तीन से अधिक मौत होने पर अब त्रिस्तरीय जांच होगी। इसके लिये एक विशेष कमेटी बनाई जाएगी। जांच के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जायेगी। तय संख्या से ज्यादा चालान पर वाहन का रजिस्ट्रेशन और चालक का ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई में तेजी लाई जाये। ये निर्देश अपर मुख्य सचिव (एसीएस) परिवहन एल. वेंकटेश्वर लू ने गुरुवार को सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में हुई समीक्षा बैठक में दिये। बैठक में एसीएस ने कई जिलों व मंडलों में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक नियमित रूप से न होने पर नाराजगी भी जताई। साथ ही सम्बन्धित अफसरों से स्पष्टीकरण भी मांगा है।

इस बैठक में परिवहन, पुलिस, परिवहन निगम, पीडब्ल्यूडी विभाग के अफसर भी मौजूद रहे। इस दौरान पीपीटी के आधार पर समीक्षा की गई। एसीएस ने कहा कि सभी जिलों में सड़क सुरक्षा को लेकर कार्य योजना तैयार की जाये। इसका पालन न होने पर सम्बन्धित के खिलाफ कार्रवाई भी की जाये। एसीएस वेंकटेश्वर लू ने कहा कि तय संख्या से अधिक चालान होने पर वाहन रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई तेज की जाये। मुख्यमंत्री के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि सभी तरह के सड़क हादसों में 50 प्रतिशत की कमी लाने के लिये प्रभावी कदम उठाये जायें।

ओवरलोड वाहनों पर सख्त कार्रवाई करें

एसीएस ने कहा कि विश्वकर्मा ऐप को और आधुनिक बनाया जाये। सीएम डैशबोर्ड की तरह प्रदेश स्तर पर सड़क सुरक्षा का डैशबोर्ड बनाया जाये। साथ ही चिन्हित ब्लैक स्पॉट में सुधार लाने के लिये तय समय सीमा का पालन किया जाये। एन्ट्री प्वाइंट पर ही ओवरलोड वाहनों की चेकिंग की जाये। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। इसके अलावा इंटरसेप्टर से ओवर स्पीड वाहनों की जांच करने के लिये अभियान चलाया जाये। ड्राइवर की ब्रीथ एनलाइजर से जांच की जाए। इनके नेत्र परीक्षण के लिये भी शिविर लगाये जाये।

एंटी स्लीप डिवाइस लगाई जाये

एसीएस ने कहा कि 600 बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाई जाये। इनकी कार्यप्रणाली का परीक्षण करने के बाद इस डिवाइस को अन्य बसों में भी लगा दिया जाये। बैठक में सीएम के आर्थिक सलाहकार केवी राजू, एमडी मासूम अली सरवर, आईजी ट्रैफिक समेत कई अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए।

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