सुनने की क्षमता जांचने के लिए बलरामपुर में लगेगी बेरा मशीन
बलरामपुर अस्पताल में दिव्यांग बोर्ड और मेडिकल जांच के लिए नई बेरा मशीन लगाई जाएगी। यह मशीन सुनने की क्षमता की सटीक जांच करने में मदद करेगी। बच्चों और बड़ों की सुनने की क्षमता का परीक्षण एक घंटे में...
बलरामपुर अस्पताल में सुनने की क्षमता जांचने के लिए बेरा मशीन लगाई जाएगी। मशीन की आपूर्ति स्वास्थ्य विभाग करेगा। इससे दिव्यांग बोर्ड व मेडिकल कराने वालों की सटीक जांच हो सकेगी। ब्रेन स्टेम इवोक्ड रिस्पॉन्स ऑडियोमेट्री (बीईआरए) जांच से अनुमानित औसत श्रवण सीमा स्तर की जानकारी मिलती है। इसमें करीब एक घंटा लगता है। इससे बच्चों और बड़ों की सुनने की क्षमता की जांच की जाती है। इस मशीन से मरीज के कान में ध्वनि दी जाती है। आमतौर पर यह जांच बच्चों की अधिक होती है। डॉक्टरों के मुताबिक बेरा जांच करने से पहले बच्चे को बेहोश कर दिया जाना चाहिए। सोने के बाद ऑडियोलॉजिस्ट जेल के माध्यम से इलेक्ट्रोड लगाते हैं। बेरा परीक्षण सोने के बाद 30 मिनट का समय लेगा, लेकिन पूरी जांच में एक घंटा लगता है।
इस जांच से यह पता चलता है कि बच्चे के तंत्रिका तंत्र के कौन से हिस्से उसकी सुनने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। ध्वनियों के प्रति श्रवण तंत्रिका की प्रतिक्रिया को एबीआर परीक्षण से मापा जाता है। यह तब किया जाता है जब शिशु या बच्चा जन्म के तुरंत बाद सुनने की स्क्रीनिंग में फेल हो जाता है। यह जांच निजी केंद्रों पर 1500 से दो हजार तक में की जाती है।
वर्जन
एक नई बेरा मशीन बलरामपुर अस्पताल में लगवाई जाएगी। अस्पताल में आने वाले ईएनटी के मरीजों के साथ ही मशीन से मेडिकल या दिव्यांग बोर्ड में आने वाले लोगों की भी जांच कराई जा सकेगी।
डॉ. मनोज अग्रवाल, सीएमओ
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।