गीता के दृश्यों को चित्रों में उकेरा, कृतियों में उत्कृष्ट रंग संयोजन
Lucknow News - फिल्मकार मुजफ्फर अली और सूफी कथक डांसर मंजरी चतुर्वेदी ने लखनऊ में कोकोरा आर्ट गैलरी का उद्घाटन किया। गैलरी में धीरज यादव की कलाकृतियों की प्रदर्शनी 'मिथक द पालिम्प्सेस्ट ऑफ़ लाइन्स' लगाई गई है। यह...
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-फिल्मकार मुजफ्फर अली ने कोकोरा आर्ट गैलरी का उद्घाटन किया -नई उर्जा के काम करने वाले कलाकारों मुफ्त मिलेगी आर्ट गैलरी
लखनऊ, कार्यालय संवाददाता
मशहूर फिल्मकार मुजफ्फर अली एवं सूफी कथक डांसर मंजरी चतुर्वेदी ने जॉपलिंग रोड स्थित कोकोरो आर्ट गैलरी का उद्घाटन किया गया। गैलरी में समकालीन कलाकार धीरज यादव कि कलाकृतियों की प्रदर्शनी मिथक द पालिम्प्सेस्ट ऑफ़ लाइन्स शीर्षक से लगायी गई। प्रदर्शनी में प्रसार भारती के चेयरमैन नवनीत सहगल भी मौजूद रहे।
गैलरी संस्थापक व क्यूरेटर वंदना सहगल ने प्रदर्शनी के बारे में बताया कि धीरज यादव प्रयागराज के रहने वाले हैं। धीरज के प्रदर्शनों की सूची, माध्यमों के संदर्भ में, ऐक्रेलिक के साथ वाश तकनीक से लेकर, ऐक्रेलिक में रंगों के बोल्ड प्रयोग तक, मिश्रित मीडिया के साथ नाजुक लाइन वर्क से लेकर धातु, लकड़ी और स्क्रैप के साथ इंस्टॉलेशन तक फैली हुई है। रेखाओं के साथ उनका प्रयोग बेहद खास है। वन्दना सहगल ने बताया कि यह आर्ट गैलरी समकालीन और पारंपरिक कला के क्षेत्र के मेधावी और उभरते प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए एक मंच के रूप में स्थापित किया जा रहा है, यह गैलरी कला में नए ऊर्जा के साथ काम करने वाले कलाकारों को अपने कौशल दिखाने और अपने क्षेत्र और प्रतिभा में आगे बढ़ने के लिए मुफ्त स्थान देगी। प्रदर्शनी में धीरज की एक और श्रृंखला जो कि कागज पर बनाई गई है। जिसमें गीता के एक संस्करण के दृश्यों के चित्रों की पहली परत है जो लघु प्रारूप में है। धीरज के अनुसार, यह कार्य अतीत, वर्तमान और भविष्य को दर्शाता है, गीता के सार्वभौमिक संदेश को प्रेरित और उजागर करता है। यह वह कैनवास है जिसमें जैविक रंगों की परतें और परतें हैं। चमक, असमानता और गहराई पाने के लिए इसे विभिन्न रंगों से भिगोया जाता है, रगड़ा जाता है, छिड़का जाता है, खरोंचा जाता है। यह आधार पृष्ठभूमि सार है क्योंकि कोई अनुभव करता है कि आंखे मोनोक्रोमैटिक पैलेट को भिगोना बंद नहीं करना चाहती है। इस बीच, रंगों की इस झलक के माध्यम से, हमेशा की तरह, मुद्रित पृष्ठभूमि धुंधली हो गई है। भूपेंद्र अस्थाना ने बताया कि इस प्रदर्शनी में 39 कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी 24 मार्च 2025 कला प्रेमियों के अवलोकनार्थ लगी रहेगी।
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