आज व कल उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंधी पानी के आसार

विशेष संवाददाता,राज्य मुख्यालय। मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंधी-पानी के आसार जताए हैं। शुक्रवार 18 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी...

हिन्दुस्तान टीम लखनऊThu, 17 May 2018 07:57 PM
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विशेष संवाददाता--राज्य मुख्यालयमौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंधी-पानी के आसार जताए हैं। शुक्रवार 18 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने के साथ ही गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है जबकि शनिवार 19 मई को पूरे उत्तर प्रदेश का मौसम खराब होने की आशंका है।मौसम निदेशक जे.पी..गुप्त का कहना है कि अगले दो दिनों के दरम्यान प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंधी पानी के आसार हैं। उन्होंने कहा कि मौसम यह बदला हुआ मिजाज फिलहाल पूरे उत्तर प्रदेश को अपनी चपेट में नहीं लेगा। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर और उससे लगे पाकिस्तान के कुछ हिस्सों पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके अलावा दक्षिणी उ.प्र. के ऊपर एक चक्रवातीय दबाव भी केन्द्रित है। एक प्रश्न के उत्तर में मौसम निदेशक ने बताया कि समुद्रतटीय इलाकों में आने वाले सागर तूफान का फिलहाल उत्तर प्रदेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा।उधर, फैजाबाद कृषि विश्वविद्यालय के अवकाश प्राप्त मौसम और कृषि विज्ञानी प्रो. पदमाकर त्रिपाठी का कहना है कि 26 व 27 मई को भी एक और पश्चिम विक्षोभ विकसित होगा, जिसकी वजह से प्रदेश का मौसम फिर बदल सकता है। इस बार गर्मियों में प्रचण्ड ग्रीष्म लहर और लू के थपेड़े न चलने की वजह पूछे जाने पर प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि इस बार गरम पछुवा हवा नहीं चल रही। ज्यादातर नमी लिए पुरवाई ही चल रही है। इस वजह से तापमान ज्यादा नहीं बढ़ पा रहा है। अगले कुछ दिनों में मानूसन की गतिविधियों शुरू हो जाएंगी, उसके बाद अगर मानसून में कोई बड़ा अंतराल नहीं आया तो प्रदेश में भी 15 से 20 जून के आसपास मानसून दस्तक दे सकता है। इसलिए लू के गरम थपेड़े चलने के लिए अब बस थोड़ा ही वक्त बचा है। प्रो.त्रिपाठी के अनुसार अण्डमान निकोबार और बंगाल की खाड़ी में मानसून के पहुंचने की सामान्य तारीख 22 मई है। 28 मई को मानसून केरल पहुंचता है।

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