कोहेनूर हीरा व सोमनाथ मंदिर के सिंह द्वारों को वापस लाये महाराजा रणजीत सिंह
लखनऊ, संवाददाता। महाराजा रणजीत सिंह ने इतिहास में पहली बार अविजित रहे अफगानिस्तान पर
लखनऊ, संवाददाता। महाराजा रणजीत सिंह ने इतिहास में पहली बार अविजित रहे अफगानिस्तान पर विजय प्राप्त की थी। अफगानिस्तान और काश्मीर सहित बड़ा क्षेत्र छीन कर अपने विशाल साम्राज्य में शामिल किया था। आजाद लेखक कवि सभा की ओर से श्री गुरु तेग बहादुर भवन, चंदर नगर में महाराजा रणजीत सिंह के जन्म दिवस पर आयोजित परिचर्चा में यह विचार विद्वान नरेन्द्र सिंह मोंगा ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि महाराजा ने कोहिनूर हीरा सहित भारत से लूटी गई संपदा सोमनाथ मंदिर के सिंह द्वारों को भी भारत वापस लाये। विद्वान देवेन्द्र पाल सिंह बग्गा ने महाराजा रणजीत सिंह की धर्म निरपेक्ष नीति का उदाहरण देते हुए कहा कि यह उनकी नीतियों का कमाल था कि छह प्रतिशत सिख होते हुए भी उन्होंने 51 फीसदी मुस्लिम, 42 फीसदी हिंदू और एक प्रतिशत अन्य धर्म को मानने वालों पर ऐसा शासन किया कि वह सबके प्रिय थे। इसके साथ ही त्रिलोक सिंह बहल, अजीत सिंह व अन्य कवियों ने अपनी कविताओं से महाराजा रणजीत सिंह को श्रद्धांजलि दी।
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