अधिवक्ता भाइयों ने दूसरे के दस्तावेज पर कराया फाइनेंस, मुकदमा दर्ज
डूडा ऑफिस से आवास और ऋण का झांसा देकर अधिवक्ताओं ने छह लोगों से दस्तावेज लिए। इन दस्तावेजों का गलत उपयोग कर बाइक का फाइनेंस कराया गया। जब किस्तों के नोटिस आए, तब पीड़ितों को धोखाधड़ी का पता चला।...
डूडा ऑफिस से आवास और ऋण पास कराने का झांसा देकर अधिवक्ता भाइयों ने छह लोगों से उनके दस्तावेज लिए। जिनका गलत तरीके से इस्तेमाल करते हुए बाइक फाइनेंस कराई गई। किस्तों के लिए नोटिस पहुंचने पर पीड़ितों को धोखाधड़ी का पता चला। शिकायत करने पर आरोपी धमकी देने लगे। चिनहट कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। धोखे से कराए हस्ताक्षर करा वाहन कराए फाइनेंस
हरदोई निवासी विनीत के मुताबिक उसकी पहचान मटियारी निवासी वकील अमित पाल और उसके भाई अंकुर से है। मुलाकत के दौरान अमित ने डूडा से कमजोर वर्ग के लोगों को लोन दिए जाने की बात कही। विनीत को भी ऋण दिलाने का भरोसा अमित ने दिया था। आरोपी ने विनीत से उनके दस्तावेज लेते हुए कुछ कागजों पर हस्ताक्षर कराए। पूछने पर बताया कि लोन की प्रक्रिया के लिए जरुरी है। झांसे में फंस कर पीड़ित ने हस्ताक्षर किए थे। कुछ वक्त बाद विनीत को बैंक से नोटिस मिला। जिसमें बाइक की किस्तें जमा नहीं किए जाने की बात लिखी थी। जांच करने पर पता चला कि अमित और अंकुर ने वाहन फाइनेंस कराए हैं। आरोपियों ने विनीत के अलावा सीतापुर बिसवां निवासी कुसुम से मकान दिलाने के बदले एक लाख, सुरभि शुक्ला के दस्तावेज पर निजी बैंक से माइक्रो लोन, हरदोई निवासी किरन अवस्थी के दस्तावेज का गलत इस्तेमाल और हरदोई निवासी श्रवण कुमार से मकान दिलाने के बदले करीब डेढ़ लाख रुपये लिए थे। इंस्पेक्टर चिनहट भरत पाठक के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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