अधिवक्ता ने प्रेमिका के पिता की सुपारी दी, शूटरों ने ऑटो चालक को मार डाला
Lucknow News - -पुलिस ने दोनों शूटरों और अधिवक्ता को गिरफ्तार किया - मदेयगंज के खदरा में 30
अधिवक्ता ने प्रेमिका के पिता की हत्या की सुपारी दे दी,लेकिन शूटरों ने रोशनी कम होने के कारण ऑटो चालक का ही कत्ल कर दिया। खदरा में महानगर के आटो चालक मोहम्मद रिजवान का लावारिस शव मिला तो पुलिस ने संदिग्ध मौत करार दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला उसे गोली मारी गई थी तो पुलिस हरकत में आई। तफ्तीश में पता चला अधिवक्ता आफताब अहमद ने प्रेमिका के पिता की हत्या के लिए दो शूटरों को सुपारी थी, लेकिन शूटरों से चूक हो गई। गलत पहचान के कारण ऑटो चालक को गोली मार दी। पुलिस ने दोनों शूटरों और अधिवक्ता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब प्रेमिका की भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी के मुताबिक आफताब अहमद पारा के लालकोठी तेजी खेड़ा का रहने वाला है। वह मूल रूप से गाजीपुर का रहने वाला और पेशे से अधिवक्ता है। खदरा में रहने वाली एक युवती उसके पास प्रैक्टिस करती थी। दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया था। वर्ष 2023 में प्रेमिका की दिल्ली में शादी हो गई। इसके बाद प्रेमिका और आफताब की बातचीत होती थी। एक साल पहले इसकी जानकारी प्रेमिका के पति को हो गई। उसने विरोध किया तो प्रेमिका ने इसकी जानकारी आफताब को दी। आफताब ने योजना बनाई अगर प्रेमिका के पिता की हत्या करा दी जाए तो वह लखनऊ शिफ्ट हो जाएगी। चूंकि घर की जिम्मेदारी उस पर आ जाएगी। इससे दोनों का मिलना जुलना भी होता रहेगा। अधिवक्ता ने प्रेमिका की हत्या के लिए लालकुआं भेड़ी मंडी निवासी परिचित मो. यासिर से संपर्क किया। यासिर ने शूटर कृष्णकांत उर्फ साजन से मुलाकात कराई। कृष्णकांत रायबरेली शिवगढ़ के भवानीगढ़ का रहने वाला है। कृष्णकांत से दो लाख रुपये और असलहे पर सौदा तय हुआ। आफताब ने कुछ रुपये पेशगी के तौर पर और एक असलहा कृष्णकांत को दिया। 29 दिसंबर को आफताब ने कृष्णकांत और यासिर को प्रेमिका का घर दिखाकर रेकी कराई। उसके पिता की फोटो भी दिखाई थी। अगले दिन 30 दिसंबर को रात पौने 12 बजे यासिर, कृष्णकांत को बाइक से लेकर प्रेमिका के घर के पास पहुंचा। यासिर शिया कालेज के पास खड़ा हो गया, जबकि कृष्णकांत प्रेमिका के घर के पास गया। घर के पास आटो चालक रिजवान खड़ा था। रोशनी कम थी इस लिए कृष्णकांत ने रिजवान को ही प्रेमिका का पिता समझकर गोली मार दी। वारदात के बाद कृष्णकांत शिया कालेज के पास पहुंचा। वहां से यासिर के साथ भाग निकला। घटना के राजफाश के लिए एसीपी महानगर नेहा त्रिपाठी की निगरानी में इंस्पेक्टर मदेयगंज राजेश सिंह के साथ सर्विलांस प्रभारी अभिनेंद्र सिंह के अंडर में टीम बनाई। सीसी कैमरे की पड़ताल में कृष्णकांत दिखाई दिया। फिर वह यासिर के साथ बाइक से भागते दिखाई दिया। फुटेज के आधार पर दोनों को पकड़कर पूछताछ की गई तो चौंकाने वाले राज सामने आए। इसके बाद आफताब को पकड़ा गया। तीनों का आमना सामना कराया गया। पहले तो पुलिस टीम को बरगलाने की कोशिश की बाद में सवाल जवाब में आरोपित फंस गए। हत्यारोपितों के पास से एक तमंचा, 14 कारतूस, तीन मोबाइल और वारदात में प्रयुक्त बाइक बरामद कर ली गई है।
सुपारी के पैसों के विवाद ने खोला राज
- अधिवक्ता ने शूटर को दिए थे सिर्फ 80 हजार रुपया और तमंचा
- टारगेट का खात्मा न होने पर अधिवक्ता मांग रहा था बागनी के रुपये
लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता।
हत्या की सुपारी के बकाया पैसों को लेकर आफताब और शूटर कृष्णकांत के बीच हुए विवाद ने घटना का राजफाश कर दिया। दरअसल, शूटर ने आफताब की प्रेमिका के पिता की जगह आटो चालक रिजवान का कत्ल कर दिया था। कृष्णकांत ने हत्या के लिए दो लाख में सुपारी ली थी। आफताब ने पेशगी की तौर पर 80 हजार रुपये गूगल पे से ट्रांसफर किए थे। बाकी 1.20 लाख रुपये काम होने के बाद देने का वादा किया था।
हत्या के अगले दिन आफताब से बाकी के रुपये लेने के लिए कृष्णकांत पहुंचा। इस पर आफताब ने रुपये देने से मना कर दिया और पेशगी के 80 हजार भी वापस मांगने लगा। दोनों के बीच नोकझोंक और विवाद शुरू हो गया। आफताब ने कहा कि तुमने गलत व्यक्ति की हत्या की है। प्रेमिका के पिता अभी घर पर हैं। कृष्णकांत मानने को तैयार नहीं था। आफताब ने उसे प्रेमिका के घर के पास ले जाकर दिखाया। पुलिस ने जब फुटेज के आधार पर कृष्णकांत और यासिर को पकड़ा। इसके बाद आफताब से आमना सामना कराया तो कृष्णकांत ने सारे राज उगल दिए। उसने आफताब पर सारी बात डाल दी। उसने कहा कि इसी ने हत्या करने के लिए कहा था। इसके बाद पुलिस की राह आसान होती गई।
गाजीपुर से खरीदा गया था तमंचा
एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह ने बताया कि आफताब ने हत्या के लिए तमंचा गाजीपुर से खरीदा था। वह अपने गांव से लेकर आया था। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि तमंचा किससे खरीदा था। इस संबंध में गाजीपुर पुलिस से बातचीत की जा रही है। इसके साथ ही आफताब की प्रेमिका की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है। अगर हत्याकांड में कहीं उसकी भूमिका मिली तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
शूटर पर गैंगस्टर एक्ट की हो चुकी कार्रवाई
कृष्णकांत के खिलाफ गोवध अधिनियम समेत लखनऊ और बाराबंकी के विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। दरियाबाद थाने से उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी हो चुकी है। यासिर के खिलाफ कैसरबाग में मुकदमा दर्ज है। वहीं आफताब का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
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