तीन माह की बच्ची के पेट से डेढ़ किलो का ट्यूमर निकाल नई जिंदगी दी
केजीएमयू के डॉक्टरों ने तीन माह की बच्ची के पेट से डेढ़ किलो का ट्यूमर निकालकर नया जीवन दिया। ऑपरेशन के बाद बच्ची को तीन दिन वेंटिलेटर पर रखा गया। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की तबीयत में तेजी से...
केजीएमयू के डॉक्टरों ने तीन माह की बच्ची के पेट से डेढ़ किलो का ट्यूमर निकालकर नया जीवन देने में कामयाबी हासिल की है। ऑपरेशन के बाद मासूम को तीन दिन वेंटिलेटर पर रखा गया। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है। चौक के पाटा नाला निवासी महफूज की तीन माह की बेटी के जन्म से पेट में गांठ थी। जो तेजी से बढ़ रही थी। महफूज ने बताया कि वह बच्ची को लेकर पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग की ओपीडी में गए। यहां विभागाध्यक्ष डॉ. जेडी रावत न डॉ. आनंद पांडेय ने बच्ची का इलाज शुरू किया। जांच रिपोर्ट में बच्ची के पेट में बड़े ट्यूमर का पता चला। डॉक्टरों ने तुरंत ऑपरेशन की सलाह दी।
ट्यूमर दबा रहा था अंग
डॉ. जेडी रावत ने बताया कि बच्ची की कम उम्र और ट्यूमर का आकर बहुत बड़ा था। इसलिए ऑपरेशन काफी जटिल था। ऑपरेशन के दौरान पाया गया कि ट्यूमर लगभग पूरे पेट में था। ट्यूमर शरीर के दूसरे अंगों को चारों ओर से दबा रखा था। बच्ची का बायां गुर्दा ट्यूमर के कारण काफी नीचे दब गया था। इसकी वजह से बच्ची को तमाम तरह की दिक्कतें भी हो रही थीं।
चार दिन वेंटिलेटर पर रखना पड़ा
ऑपरेशन कर ट्यूमर निकाल दिया गया। बच्ची का वजन लगभग पांच किलो और ट्यूमर का वजन डेढ़ किलो था। ऑपरेशन के बाद बच्चे को वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत पड़ी। बाल रोग विभाग में डॉ. शालिनी त्रिपाठी की निगरानी में चार दिनों को वेंटिलेटर पर रखा गया। डॉ. आनंद ने बताया कि मासूम अब पूरी तरह से सेहतमंद हैं। कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने ऑपरेशन टीम के सदस्यों को बधाई दी है। ऑपरेशन टीम में डॉ. निरपेक्ष त्यागी , एनस्थीसिया विभाग के डॉ. सतीश वर्मा और नर्स वंदना थी।
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