वॉट्सएप ग्रुप पर मरीजों को दवा की जानकारी मिलेगी
Lucknow News - केजीएमयू में असाध्य, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री राहत कोष में पंजीकृत मरीजों को अब दवा के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। वॉट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसमें दवा आने की जानकारी शेयर की जाएगी। इससे मरीज आसानी से...
केजीएमयू में असाध्य, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री राहत कोष में पंजीकृत मरीजों को दवा के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। काउंटर पर दवा आने के बाद मरीजों को वॉट्सएप पर जानकारी दी जाएगी। उसके बाद मरीज काउंटर पर आकर दवा हासिल कर सकते हैं। मरीजों की सहूलियतों के लिए वॉट्सएप ग्रुप बनाया गया है। वॉट्सएप ग्रुप पर मरीज की दवा आने की जानकारी दी जाती है। उसके बाद मरीज तय समय में आकर दवा हासिल कर सकते हैं। अभी तक मरीजों को दवा के लिए बार-बार काउंटर के चक्कर लगाने पड़ते थे। सही जानकारी न मिलने से मरीजों को खासी दुश्वारियां झेलनी पड़ रही थी। सबसे ज्यादा परेशानी दूर-दराज के मरीजों को हो रही थीं। मोबाइल फोन पर दवा की जानकारी मिलने से मरीजों ने राहत की सांस ली है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि असाध्य, सीएम व पीएम फंड योजना में पंजीकृत मरीजों को ओपीडी-भर्ती की दशा में दवा उपलब्ध कराई जाती है। जबकि बाकी योजना में मरीज को भर्ती के बाद ही दवा मुहैया कराई जाती है। ओपीडी में डॉक्टर मरीज को दवा की सलाह देते हैं। जिसे संबंधित योजना के काउंटर में जानकारी दर्ज कराते हैं। कुछ दिनों में दवा आ जाती है। अभी तक मरीज को दवा के लिए कई बार काउंटर तक दौड़ लगानी पड़ रही थी। अब वॉट्सग्रुप बनाया गया है। इसमें योजना में पंजीकृत मरीजों को जोड़ा गया है। दवा आते ही ग्रुप पर फार्मासिस्ट जानकारी साझा करते हैं। इससे मरीजों को आसानी से दवा मिल जाती है। डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि केजीएमयू में असाध्य, सीएम व पीएम फंड के तहत पंजीकृत मरीजों की एक वक्त में संख्या करीब 2500 रहती है।
फैक्ट फाइल
4000 बेड हैं
7000 से 8000 मरीज प्रतिदिन आते हैं ओपीडी में
550 डॉक्टर हैं
1000 रेजिडेंट डॉक्टर हैं
950 करोड़ रुपए सालाना बजट है केजीएमयू का
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