केडी अस्पताल संचालक पर एफआईआर के लिए भटक रहा पीड़ित
खदरा के केडी अस्पताल में आशा कार्यकर्त्री पूनम मौर्य की मौत के बाद उनके पति सुरेंद्र पाल सिंह न्याय की तलाश में भटक रहे हैं। अस्पताल का संचालक फरार है और पुलिस एवं सीएमओ कार्यालय एफआईआर दर्ज करने में...
खदरा के केडी अस्पताल में लखीमपुर की आशा कार्यकर्त्री पूनम मौर्य (32) की मौत के बाद अब पीड़ित पति न्याय के लिए भटक रहा है। पीड़ित का आरोप है कि अस्पताल के संचालक के खिलाफ अभी तक एफआईआर नहीं दर्ज हो सकी है। सीएमओ कार्यालय के जिम्मेदार और मदेयगंज थाने की पुलिस उन्हें 15 दिन से सिर्फ दौड़ लगवा रहे। अब पीड़ित पति सुरेंद्र पाल सिंह ने परेशान होकर धरना देने की चेतावनी दी है। उसका कहना है कि वह परिवारीजनों के साथ लखनऊ में धरना देगा। केडी अस्पताल में केजीएमयू के ईएनटी विभाग के रेजिडेंड डॉ. रमेश कुमार ने पूनम मौर्य का अक्तूबर में ऑपरेशन किया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पति सुरेंद्र पाल सिंह ने सीएमओ और मदेयगंज थाने में शिकायत की थी। मामला उजागर होने पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया। केजीएमयू प्रशासन ने निजी अस्पताल में जाकर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले रेजिडेंड डॉ. रमेश कुमार और ट्रॉमा सेंटर में तैनात नॉन पीजी पांच रेजिडेंटों की सेवाएं समाप्त कर उन्हें तुरंत निकाल दिया। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने मामले के तूल पकड़ने पर केडी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया। संचालक अभी तक फरार है।
सीएमओ और पुलिस टरका रहे
नर्सिंग होम के नोडल अधिकारी डॉ. एपी सिंह का कहना है कि खदरा का केडी अस्पताल बंद हो चुका है। पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट पुलिस से मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। मदेयगंज थाना प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि इस संबंध में सीएमओ से आख्या मांगी गई है। नियमानुसार जब तक सीएमओ कार्यालय से रिपोर्ट नहीं मिलेगी, तब तक आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती है। आख्या न आने की वजह से ही एफआईआर और आगे की कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
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