हाई फ्लोर नोजल कैनुला मशीनों से कोरोना मरीजों की बचेगी जान
प्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालय। प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर को थामने के लिए प्रदेश के सरकारी मेडिकल कालेजों और चिकित्सा संस्थानों में हाई फ्लोर नोजल कैनुला की मशीनें...
प्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालयप्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर को थामने के लिए प्रदेश के सरकारी मेडिकल कालेजों और चिकित्सा संस्थानों में हाई फ्लोर नोजल कैनुला की मशीनें लगाने का फैसला किया है। यह मशीन कोरोना संक्रमित उन मरीजों फेफड़ों तक बलपूर्वक ऑक्सीजन पहुंचाने में सहायक बनेगी, जिन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही हो और उनका दम घुट रहा हो। इस पोर्टेबुल मशीन की कीमत साढ़े तीन लाख है। इसे प्रदेश के मेडिकल कालेजों में 10-10 उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा केजीएमयू लखनऊ, सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय और एसजीपीजीआई लखनऊ को 15-15 दी जाएंगी। चिकित्सा शिक्षा विभाग मशीनों की खरीद के लिए जल्द शासनादेश जारी करेगा।250 मशीनें खरीदी जाएंगीदरअसल, सरकार को इस मशीन की जरूरत इसलिए पड़ गई कि सरकारी चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कालेजों में वेंटीलेटर तो हैं, लेकिन उसे चलाने वाले एनास्थिसिस्ट डॉक्टरों की कमी है। ऐसे में लेविल-3 के कोविड अस्पतालों के बेडों पर गंभीर मरीज जिन्दगी और मौत के बीच झूलते रहते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे ने करीब 250 हाई फ्लोर नोजल कैनुला की मशीनें खरीदने का फैसला किया है। इन मशीनों के आ जाने के बाद दम घुटने के कारण मरने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचाई जा सकती है। यह मशीन वेंटीलेटर के विकल्प के रूप में काम करेगी।
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