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बर्फ की सफेद चादर ने ढका आधा मलिहाबाद, फसलों का काफी नुकसान हुआ

Half of Malihabad covered by white sheet of snow

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊMon, 24 Feb 2020 07:41 PM
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लखनऊ। हिन्दुस्तान टीम

सोमवार की शाम हुई तेज बारिश ने मौसम का मिजाज तो बिगाड़ा ही साथ ही में फूल वाली फसलों को काफी नुकसान कर गई। करीब पौने चार बजे शाम से शुरू हुई हल्की बूंदाबांदी थोड़ी देर बाद ही बारिश में बदलने के साथ ही ओलावृष्टि में बदल गई। इन ओलों की बारिश से खेतों में सफेद चादर सी बिछ गई।

ओले की सफेद चादर से ढका आधा मलिहाबाद

आधे मलिहाबाद के लिये सोमवार का दिन काफी नुकसान भरा साबित हुआ। देखने ही देखते खेतों मे,चौबारों मे,सडकों पर ओले की सफेद चादर सी बिछ गयी। इस ओलावृष्टि मे फूलवाली फसलों के साथ ही तेजी से बढ़ रही आम के बौर को भी जबरदस्त नुकसान होने की सम्भावना बढ़ गयी है।

मलिहाबाद के घोला, दुलारमऊ, पुरवा, ढेढेमऊ, दरियापुर, नबीनगर, महदोईया, गोशालालपुर,शेरपुर, खानपुर मऊ, बख्तियारनगर जैसे तमाम गावों मे सोमवार को बरसात कहर बनकर बरसी। इसके साथ-साथ नमक की डली के बराबर का पत्थर भी गिरा है। यहां के मटर,अरहर, गेहूं, टमाटर, आलू, सरसों आदि फसलों के साथ साथ आम की बौर को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। कसमण्डी खुर्द गांव के किसान सत्रोहन भारती, सरसण्डा निवासी परमानन्द रावत,घोला गांव के कुलदीप रावत आदि ने बताया कि लगभग आधे घंटे तक हुई यह तेज बारिश फसलों के लिये नुकसानदायक है। बागवान नीरज कुमार, शैलेन्द्र सिंह और आशीष द्विवेदी आदि का कहना है कि इस बार बौर देखकर आम के अच्छे उत्पादन की उम्मीद है। मगर यह ओलावृष्टि हमारी उम्मीदों पर पानी फेर रही है।

बीकेटी में हुई बारिश से गेहूं, अरहर, मटर, सरसों और आलू की फसल पर बुरा असर पड़ा है। तेज बारिश और हवा ने गेहूं की फसल को खेतों में ही बिछा दिया। बीकेटी के पास देवरीरूखारा निवासी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि हमारे गांव के आसपास सब्जी की खेती बड़ी मात्रा में होती है। ऐसे में मटर,आलू और सरसों के फूलों पर बुरा असर पड़ सकता है। हालांकि मोहनलालगंज, निगोहां, गोसाईगंज की तरफ हल्की बारिश ही हुई है।

कोट:

इस बारिश और ओला का सबसे ज्यादा खराब असर गेहूं की फसल पर पड़ेगा। यह समय गेहूं में बाली आने का है यह नाजुक दौर होता है। ऐसे में बीज के वजन और साइज पर असर पड़ेगा। फूल वाली फसलों जैसे अरहर, सरसों, मटर पर भी असर पड़ेगा।

डॉ. मुन्ना सिंह, कृषि विशेषज्ञ

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