आठवीं फेल खुद को एनएसजी कमांडो बता महिलाओं का करता था शोषण, गिरफ्तार
Lucknow News - - मुस्लिम होने की बात छुपाकर, हिंदू नाम से इंस्टाग्राम पर बनाई थी आईडी -
सरोजनीनगर पुलिस ने सोमवार को आठवीं फेल हैदर अनीबेग को गिरफ्तार किया है। हैदर खुद को एनएसजी कमांडो व सेना में तैनात कैप्टन बताकर महिलाओं और युवतियों से दोस्ती कर उनका शोषण करता था। उसने हिंदू नाम हार्तिक बैंगलो से इंस्टाग्राम पर आईडी बना रखी थी। महिलाओं को फालो करके उनसे बातचीत करता था। महिलाओं और युवतियों पर प्रभाव जमाने के लिए उसने थोड़ी बहुत अंग्रेजी बोलना और लिखना यूट्यूब से सीखा था। सेना की वर्दी में तरह-तरह की फोटो और रील डालकर अपनी फ्रेंड फालोइंग बढ़ाता। खासकर हिंदू युवतियों और महिलाओं को टारगेट कर प्रेम जाल में फंसाकर शोषण करता था। पुलिस ने सेना को भी आरोपित जालसाज के पकड़े जाने की सूचना दी। पुलिस उपायुक्त दक्षिणी निपुन अग्रवाल ने बताया कि आरोपित हैदर अली बेग ओडिशा के जिला बालेश्वर चांदीपुर का रहने वाला है। उसके खिलाफ एक तलाकशुदा महिला ने सरोजनीनगर थाने में शिकायत की थी। पीड़िता के मुताबिक डेढ़ साल पहले उसकी दोस्ती इंस्टाग्राम के माध्यम से हैदर से हुई थी। इसके बाद वह उसके घर आने लगा। शादी का झांसा भी दे रखा था। महिला को प्रभाव में लेने के लिए वह कभी अपनी पोस्टिंग जम्मू, कभी बंगाल बताता था। दो माह से अपनी पोस्टिंग लखनऊ कैंट बताता था। कभी घर पर शोषण करता तो कभी होटल में ले जाता था। हाल ही में महिला को शक हुआ। इसके बाद उसने सरोजनीनगर थाने में शिकायत की। एसीपी कृष्णानगर सौम्या पांडेय के निर्देशन में इंस्पेक्टर सरोजनीनगर राजदेव प्रजापति और उनकी टीम को लगाया गया। सर्विलांस टीम ने भी डाटा जुटाया। पुलिस ने तफ्तीश की तो सेना में तैनाती की बात फर्जी निकली। जालसाजी का पता चलने पर महिला के माध्यम से उसे फोन कराकर बहाने से बुलाया गया। इसके बाद हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो हैदर ने बताया कि वह सेना में न तो कैप्टन है न ही एनएसजी में कमांडो है। वह आठवीं फेल है। हैदर कैंट में कहां-कहां घूमा। कहीं कोई देश विरोधी गतिविधियों में भी तो नहीं हैदर की संलिप्तता है। इस दिशा में भी जांच की जा रही है।
यह हुई बरामदगी
आर्मी मेडिकल कोर की वर्दी और बैज, चैम्पियन फोर्स की वर्दी के थ्री स्टार फ्लैप, एनएसजी कमांडो की वर्दी पर बैज, हैदर अली बेग के नाम से आधार कार्ड, कैंटीन कार्ड, एक हार्तिक बैंगलो के नाम से कूट रचित आधार कार्ड, पैन कार्ड व कई अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
रुपये ऐंठकर महिला के नाम से फाइनेंस करा ली थी बाइक
अपर पुलिस उपायुक्त के मुताबिक आरोपित हैदर ने महिला के नाम से छह माह पूर्व एक बाइक फाइनेंस कराई थी। बाइक महिला के घर पर ही रखी थी। वह जब भी आता तो बाइक से ही घूमता था। 15 दिन पहले हैदर लखनऊ आया। उसने महिला को बताया था कि उसकी पोस्टिंग यहीं कैंट कैंट में हो गई है। सेना से गाड़ी भी उसे मिली है। वह बाइक लेकर ही ड्यूटी पर जाता था। महिला के मुताबिक उसने सोंचा कि जब यह खुद को कैप्टन और कमांडो बता रहा है तो सेना की गाड़ी इसके पास होनी चाहिए। इसके बाद भी वह बाइक से ड्यूटी पर जाता है। महिला ने जांच की तो उसका शक और गहरा गया। इसके बाद उसने पुलिस में शिकायत की।
चार महिलाओं को बनाया शिकार
एसीपी सौम्या पांडेय ने बताया कि हैदर ने चार महिलाओं को अपना शिकार बनाया है। एक की ओर से अभी मुकदमा दर्ज किया गया है। अन्य महिलाओं से पुलिस संपर्क कर रही है। इसके साथ ही हैदर के मोबाइल का डाटा खंगाला जा रहा है। तमाम मैसेज और डिटेल उसने डिलीट कर दी है। फोरेंसिक विशेषज्ञों के पास मोबाइल जांच के लिए भेजा गया है। डेटा रिकवर होने पर कई और अहम राज पता चलेंगे।
धर्मांतरण की दिशा में भी जांच
पुलिस उपायुक्त दक्षिणी के मुताबिक प्राथमिक जांच में किसी महिला का धर्मांतरण कराने की बात अभी तक सामने नहीं आयी है। अन्य पीड़ित महिलाओं से भी संपर्क किया जा रहा है। अगर वह ऐसी कोई बात बताती हैं तो इस बिंदु पर भी आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही मोबाइल डेटा की पड़ताल की जा रही है उससे भी कई राज खुलेंगे।
पिता सेना में सप्लाई करते थे मीट
अपर पुलिस उपायुक्त के मुताबिक हैदर के परिवार में सेना में कोई नहीं है। उसके पिता सिर्फ ओडिशा में सेना में मीट सप्लाई का काम करते थे। वह भी उनके साथ काम देखता था। उसका भी वहां सेना के कार्यालयों में आना जाना था। इस लिए उसे सेना के तौर तरीके पता हो गए। इसके साथ ही वह यूट्यूब और गूगल से सेना के बारे में जानकारी जुटाकर अपनी तैयारी की थी।
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