Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़लखनऊFaizabad: Guinness Book records no record of two and a half million lamps

फैजाबाद : गिनीज बुक में पौने दो लाख दीपों का रिकार्ड नहीं हो सका दर्ज

दीपोत्सव-2017 का पहला आयोजन दुनिया भर में कौतूहल का विषय जरूर बना लेकिन रिकार्ड दीपोत्सव को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान नहीं मिल पाया है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध...

कमलाकान्त सुन्दरम् अयोध्या। Thu, 25 Oct 2018 09:10 PM
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दीपोत्सव-2017 का पहला आयोजन दुनिया भर में कौतूहल का विषय जरूर बना लेकिन रिकार्ड दीपोत्सव को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान नहीं मिल पाया है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पिछले साल पौने दो लाख दीए जलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इस लक्ष्य के सापेक्ष एक लाख 87 हजार 230 दीए जलाए भी गए लेकिन इसकी रिकार्डिंग में लेजर शो की तकनीकी चूक ने पूरे आयोजन को स्क्रूटनी टेस्ट में फंसा दिया है। पुन: दीपोत्सव-2018 में तीन लाख दीयों को जलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लेकिन इस बार पिछली गलतियां नहीं दोहराई जाएंगी।
अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने गलतियों से सबक लेते हुए पहले तो स्वयं रिकार्डिंग कराने के बजाए गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम को ही काउंटिंग कराने के लिए आमन्त्रित कर लिया है। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्धारित साढ़े नौ लाख की फीस भी जमा करा दी है। इसके अलावा साढ़े तीन लाख दीयों को जलाने की तैयारी की जा रही है। इसके अतिरिक्त सभी दीयों को जलाने के बाद अंतिम विशालकाय दीए का प्रज्जवलन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों कराया जाएगा। यह दीया दीपोत्सव के लिए निर्धारित घाटों के अंतिम कड़ी के घाट के बुर्जे पर रखवाया जाएगा। इस दीए की स्थापना के लिए नगाड़े के आकार की लकड़ी की फ्रेमिंग कराकर उसकी फिटिंग कराई जा रही है।
दीपोत्सव के लिए तैयार किए गए मिनट टू मिनट कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामपैड़ी पर सायं 6.15 पर आकर 7.15 तक मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री की ओर से अंतिम दीए के प्रज्जवलन के बाद ही गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम काउंट डाउन शुरू करेगी। पिछली बार पौने दो लाख दीयों के लिए रामपैड़ी के पश्चिमी सात घाटों का चयन किया गया था। इस बार दोगुने दीयों को जलाने के लिए उन्हीं के ठीक सामने के सात अतिरिक्त घाटों यानि की कुल 14 घाट शामिल किए गए हैं। इसकी पूरी नाप-जोख अवध विश्वविद्यालय के एमबीए के छात्रों की टीम शनिवार को करेगी और इसी दौरान रिहर्सल भी की जाएगी। 
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बार के दीपोत्सव के रिकार्ड बनाने वाले वालेंटियरों की टीम में एमबीए समेत अन्य विभागों के छात्र-छात्राओं के अतिरिक्त 13 अन्य कॉलेजों एवं पांच स्वयंसेवी संगठनों के स्वयंसेवकों को शामिल किया है। शिक्षकों की टीम मानीटरिंग करेगी। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में अधिकतम दीए जलाने का रिकार्ड डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख व जेल में निरुद्ध राम-रहीम के नाम दर्ज है। इसके बरक्स अवध विश्वविद्यालय का नाम अंकित कराने के लिए पूरी सावधानी बरती जा रही है। इसी उद्देश्य से काउंटिंग की फूलप्रूफ योजना बनाई गई है। बताया गया कि काउंटिंग सही पाए जाने पर गिनीज बुक की टीम ऑनस्पॉट प्रमाण पत्र निर्गत कर देगी। 
 
स्वरूप प्रतियोगिता का पहला चरण आज 
 । दीपोत्सव 2018 में भगवान सीताराम के सर्वश्रेष्ठ व मनोहर जोड़ी के चयन के लिए आयोजित प्रतियोगिता का पहला चरण शुक्रवार को होगा। अवध विश्वविद्यालय के दृश्य कला विभाग एवं फैशन डिजाइनिंग विभाग के अलावा अयोध्या शोध संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में प्रतियोगिता का दूसरा चरण चार नवम्बर को होगा। इस प्रतियोगिता में चयनित जोड़ी को दीपोत्सव में सम्मिलित किया जाएगा। शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी रामतीरथ ने बताया कि शुक्रवार को प्रथम चरण की प्रतियोगिता अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में होगी। यहां सभी प्रतिभागियों के व्यक्तित्व परीक्षण के बाद स्क्रीनिंग कमेटी आठ जोड़ी स्वरूपों का चयन करेगी। यह जोड़ी दूसरे चरण की प्रतियोगिता में शामिल होगी। इस प्रतियोगिता में विजेता एवं उपविजेताओं के अलावा शेष टीम को सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे। कार्यक्रम संयोजक प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागियों का ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। 


 

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